Prayagraj Mahakumbh: हर दिन 15 से 20 हजार लोग नर्मदा के कछार का कर रहे भ्रमण
Prayagraj Mahakumbh: हर दिन 15 से 20 हजार लोग नर्मदा के कछार का कर रहे भ्रमण
Prayagraj Mahakumbh: महाकुम्भ के रास्ते में जाम और दूसरी बाधाओं के बीच अब पर्यटकों के लिए जबलपुर स्टे प्वाइंट बना है। पिछले एक सप्ताह से भेड़ाघाट सहित नर्मदा के दूसरे तटों पर पर्यटकों की आवक बढ़ी है। मंगलवार को भेड़ाघाट में भारी भीड़ जुटी। अनुमान है कि हर दिन 15 से 20 हजार लोग जबलपुर में पर्यटन का लुत्फ उठा रहे हैं। जो गंगा के साथ नर्मदा में भी डुबकी लगा रहे हैं।
स्थानीय नागरिकों की माने तो हाल के दिनों में पर्यटकों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। विश्व प्रसिद्ध भेड़ाघाट में पैर रखने की जगह नहीं मिल पा रही हैै। हजारों की संख्या में पर्यटक धुआंधार पहुंच रहे हैं। भीड़ बढऩे के साथ स्थानीय कारोबार भी चल पड़ा है। होटल, लॉज और धर्मशालाएं बुक हैं। शिल्पियों का व्यापार भी सामान्य दिनों से ज्यादा हो रहा है। दक्षिण, पश्चिम और मध्यभारत से आए पर्यटक पंचवटी में नर्मदा के अलौकिक स्वरूप को देखने के लिए नौकायन का मौका भी नहीं गवां रहे हैं।
महाकुंभ से जाने और वापस आने वाले लोग नागपुर-रीवा हाइवे का इस्तेमाल कर हरे हैं। जाम और दूसरी बाधाएं आने के कारण मन बदला है और क्वालिटी टाइम बिताने के लिए जबलपुर में श्रद्धालु रुक रहे हैं। कुछ लोग गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में स्नान से पहले नर्मदा में डुबकी लगा रहे हैं। फिर उनका कारवां प्रयागराज की तरफ बढ़ रहा है। मगर 80 से 90 फीसदी लोग गंगा में स्नान करने के बाद यहां आ रहे हैं। भेड़ाघाट और तिलवाराघाट में इन प्रदेशों के वाहनों की पार्किंग हो रही है। कई बार तो जाम के हालात निर्मित हो रहे हैं। भेड़ाघाट जाने के लिए वे गोपालपुर मार्ग का उपयोग कर रहे हैं।
भेड़ाघाट के साथ ही लम्हेटाघाट और तिलवाराघाट में प्रतिदिन हजारों की संख्या मे लोग स्नान करने जा रहे हैं। ज्यादातर श्रद्धालु महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, तेलंगाना और दूसरे राज्यों से आ रहे हैं। लोग एक से दो सप्ताह के लिए अपने घरों से निकलते हैं। रास्ते में पडऩे वाले तीर्थस्थान एवं प्रसिद्ध स्थानों में जाने से नहीं चूक रहे हैं। जबलपुर में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र भेड़ाघाट रहता है।
श्रद्धालु भेड़ाघाट जरूर आ रहे हैं, लेकिन यहां भी उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। भेड़ाघाट में मिनी कुम्भ जैसा नजारा देखने को मिल रहा है किन्तु स्थानीय एवं जिला प्रशासन के अलावा पुलिस ने विशेष इंतजाम नहीं किए हैं। ऐसे में धुआंधार में जाम लग जाता है। ज्यादातर लोग अपने वाहनों से आ रहे हैं। पार्किंग की समस्या भी खड़ी हो रही है। एकाएक संख्या बढऩे से साफ-सफाई व्यवस्था भी बिगड़ रही है।