रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास : रेलवे बोर्ड ने 246 करोड़ रुपए किए मंजूर
railway station: अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत जबलपुर रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने का सपना दिखा गया था। रानी कमलापति स्टेशन की तर्ज पर विकसित करने की योजना भी थी। इसकी डीपीआर भी बनाई गई। लेकिन रेलवे बोर्ड ने पुनर्विकास प्रोजेक्ट पर कैंची चलाकर बजट को आधा कर दिया। इससे शहरवासियों की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है।
नई योजना के तहत प्लेटफॉर्म-6 को यथावत रखने का निर्णय लिया गया है। सभी विकास कार्य प्लेटफॉर्म-एक की ओर कराए जाएंगे। इसके लिए दो चरणों में विकास कार्य कराए जाएंगे। जानकारी के मुताबिक पहले चरण में प्लेटफॉर्म एक की ओर दो नए प्लेटफॉर्म और नई बिल्डिंग बनाई जाएगी। इसके साथ ही इटारसी और कटनी एंड पर दो फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) बनाए जाने थे। अब सिर्फ कटनी एंड पर ही छह मीटर चौड़ा एफओबी बनाया जाएगा। प्रस्तावित रूफ प्लाजा की चौड़ाई को 72 मीटर से घटाकर 12 मीटर कर दिया गया है।
यात्री बुकिंग विंडो ऑफिस, पार्सल कार्यालय, रिजर्वेशन सेंटर, प्रतीक्षालय, स्टोर, सोसायटी कार्यालय के पास का हिस्सा, पुराना फुट ओवर ब्रिज।
पहले स्टेशन के पुनर्विकास के लिए 499 करोड़ रुपए का प्रस्ताव भेजा गया था। इसमें स्टेशन के प्लेटफॉर्म एक और छह दोनों के कायाकल्प की योजना थी। अब बजट आधा (246.56 करोड़) कर दिया गया है। बदली परिस्थतियों के मद्देनजर रेलवे प्रशासन दोबारा डीपीआर तैयार करा रहा है।
विभागों में सामंजस्य नहीं होने से प्रोजेक्ट दो साल अटका रहा। इससे पुनर्विकास कार्य में देरी हुई। अब योजना को मंजूरी मिली तो बजट आधा कर दिया गया। स्टेशन के विभिन्न हिस्सों को तोडऩे और संरचनाओं में बदलाव को लेकर रेलवे के विभागों के बीच विचार-विमर्श चल रहा है।
railway station: रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास को लेकर बजट का निर्णय रेलवे बोर्ड स्तर पर हुआ है। बजट कम होने से नए सिरे से डीपीआर बनाई जा रही है। इसके बाद निर्माण एजेंसी तय की जाएगी।