Adventure Sports Academy in Bastar: बस्तर की नैसर्गिग खूबसूरती का आनंद लेना किसी एडवेंचर से कम नहीं है। यही वजह है कि सरकार अब यहां की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए एडवेंचर स्पोर्ट्स एकेडमी खोलने वाली है।
CG Adventure Sports Academy: बस्तर अपने पर्यटन स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। बस्तर की पहचान अब बदलने वाली है। ऐसा इसलिए क्योंकि राज्य सरकार यहां राज्य का पहला एडवेंचर स्पोर्ट्स एकेडमी स्थापित करने जा रही है। बस्तर की नैसर्गिग खूबसूरती का आनंद लेना किसी एडवेंचर से कम नहीं है। यही वजह है कि सरकार अब यहां की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए एडवेंचर स्पोर्ट्स एकेडमी खोलने वाली है।
इसके लिए प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मेंदरीघुमर को चुना गया है। इस एडवेंचर स्पोर्ट्स एकेडमी के लिए शासन स्तर पर स्वीकृति भी मिल गई है और पहला चरण तैयार करने के लिए 4 करोड़ की राशि भी आने वाली है। वहीं इसकी कुल लागत साढ़े 7 करोड़ रुपए हैं। इसका संचालन कलेक्टर की अध्यक्षता में एक समिति व उपसमिति करेगी। यह समिति फर्म एंड सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट के तहत पंजीकृत संस्था होगी।
बस्तर के कई अनछुए इलाके हैं जहां पहुंचा किसी एडवेंचर से कम नहीं है। यहां अकादमी में ट्रेनिंग लेने के बाद ऐसे इलाके के लिए विशेषज्ञ ट्रेनर की टीम भी निकलेगी जो आने वाले समय में इन जगहों पर सेवा देगी और आम लोग सुरक्षित तरीके से भ्रमण करवाने में मदद करेगी। साथ ही अनदेखे पर्यटन स्थल की खोज हो सकेगी।
यहां से ट्रेनिंग पाकर निकले छात्र सैलानियों को संस्कृति के हिसाब से हट्स या होम स्टे, टेंट, पहाड़ों के उपर कैंपिंग जैसी सुविधा देंगे। इसके साथ ही इन जगहों पर स्थानीय व्यंजन, चेंजिंग रूम, वॉशरूम, शौचालय जैसी सुविधा भी मुहैया कराया जाएगा, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने के साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
एडवेंचर स्पोर्ट्स अकादमी के लिए बस्तर के छह खूबसूरत जगहों को चिन्हाकिंत किया था। इन छह में से किसी एक जगहों पर यह अकादमी खोली जानी थी। इस सूची में मिचनार की पहाडी, तामड़ा घुमर, मेंदरी घुमर, चित्रकोट, तिरथा और तिरथगढ़ शामिल थे। लेकिन सुगम और बेहतर जगहों के मानकों में मेंदरी घुमर को चुना गया। अब यहां जल्द ही अकादमी खोलने का काम शुरू हो जाएगा। अब यहां 100 बेड का हॉस्टल भी तैयार होगा।
बस्तर जिले के मेंदरीघुमर में एडवेंचर स्पोर्ट्स अकादमी खोलने की स्वीकृति मिल गई है। यह बस्तर के पर्यटक स्थलों को नया आयाम देगा। अनदेखे पर्यटन केंद्रों से देश दुनिया को रूबरू कराएगा। आने वाले समय में पयर्टकों को सिर्फ चित्रकोट और तीरथगढ़ नही बल्कि और भी खूबसूरत जगहों को सुरक्षित रूप से देखने में मदद मिलेगी। बस्तर के पर्यटन के क्षेत्र में आने वाले समय में यह अकादमी मील का पत्थर साबित होगा।
प्रशासनिक भवन - डेढ़ करोड़
हॉस्टल भवन, डारमेटरी, डायनिंग हॉल, किचन - डेढ़ करोड़
स्टाफ क्वार्टर - एक करोड़