Naxal Attack: नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद चार जिलों दंतेवाड़ा,नारायणपुर, कोंडागांव और जगदलपुर से फोर्स रवाना की गई थी। सभी टीम अलग अलग दिशाओं से रवाना हुई थी।
Naxal Attack: मुंगेड़ी-गोबेल के जंगल में शुक्रवार को पुलिस ने मुठभेड़ में 7 नक्सली मार गिराया। मुठभेड़ में डीआरजी के 3 जवान भी घायल हुए हो गए हैं। फोर्स ने सभी मृत नक्सलियों के शव बरामद कर लिए है। दंतेवाडा एसपी गौरव राय के मुताबिक अबूझमाड़ इलाके में (Naxal Attack) नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद चार जिलों दंतेवाड़ा,नारायणपुर, कोंडागांव और जगदलपुर से फोर्स रवाना की गई थी। सभी टीम अलग अलग दिशाओं से रवाना हुई थी। इस बीच जब एक टीम मुंगेड़ी-गोबेल के जंगल में पहुंची तो पुलिस को देखकर नक्सलियों ने तुरंत मोर्चा संभाल लिया और अचानक ही फायरिंग शुरू कर दी।
फोर्स की सभी टीमों के साथ नक्सलियों की अलग अलग दिशाओं में दिनभर रूक रूक कर फायरिंग होती रही। दो स्थानों पर बड़ी बड़ी मुठभेड़ हुई जिसमे कई नक्सलियों के घायल होने की खबर है। इस ऑपरेशन में डीआरजी,बस्तर फाइटर, (Naxal Attack) सीआरपीएफ, डीएफ,आईटीबीपी के जवान शामिल थे। मुठभेड़ के बाद सर्चिग के दौरान जंगल में 7 नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं।सूत्रों के मुताबिक इस दौरान डीआरजी के तीन जवान भी जख्मी हुए हैं। जिनका उपचार किया जा रहा है पुलिस के मुताबिक बडी मात्रा में नक्सली नक्सलियों से विस्फोटक एवं अन्य सामग्री बरामद हुई है।
नक्सलियों का खात्मा करने जवानों ने कार्रवाई तेज कर दी है। एक तरफ जो नक्सली आत्मसमर्पण करना चाहते है उनके लिए पुलिस अधिकारी बस्तर के इलाकों में जा-जाकर अभियान चला रहे है। पुलिस द्वारा अभियान चलाने से नक्सली प्रेरित होकर आत्मसमर्पण कर रहे है। वहीं कुछ आतंकी जंगलों में छिपकर उत्पात मचा रहे है। इन आतंकियों के लिए जवान घने जंगलों में सर्चिंग ऑपरेशन चला रहे है। बता दें कि 100 दिनों में जवानों ने मुठभेड़ में 105 आतंकियों को मार गिराया है।
बस्तर में नक्सलियों का खात्मा करने जवान तेजी से ऑपरेशन चला रहे है। एक और बस्तर के चप्पे-चप्पे में अभियान चलाकर नक्सलियों को आम जिंदगी जीने का मौका दे रहे है। जवानों के अभियान से प्रभावित होकर बहुत से नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। वहीं दूसरी और जंगलों में जवान छिपे हुए खूंखार नक्सलियों पर भी कड़ी कार्रवाई कर रहे है। इस कार्रवाई में जवानों ने बड़ी सफलता प्राप्त की है। चार दशक में पहली बार जवान 131 दिनों में 103 नक्सलियों को ढेर किया है।
समूचे बस्तर में फोर्स के जवानों का मनोबल भी इस वक्त काफी ऊंचा है। कांकेर जिले के माड़ इलाके में बीते महीने 16 तारीख को हुई मुठभेड़ में जवानों ने 29 नक्सलियों (Naxal Attack) को जब मार गिराया तो इसे फोर्स की सबसे बड़ी सफलता बताया गया। नारायणपुर जिले में मंगलवार को हुई मुठभेड़ में भी जवानों ने बेहद सुनियोजित तरीके से 10 नक्सलियों को मारा।
चार दशकों में पहली बार ऐसा हुआ है कि नक्सलियों पर जवानों ने इतनी बड़ी कार्रवाई की है। जवानों ने स्पेशल ऑपरेशन चलाकर चाकर महीने में ही 110 नक्सलियों को मार गिराया है। इसमें कई नक्सलियों पर लाखों का इनाम था। वहीं जवान मुठभेड़ स्थलों से भी भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामान बरामद कररहे है।
एक तरफ जहां जवान-नक्सली मुठभेड़ हो रही है वहीं दूसरी और सुरक्षाबल बस्तर के हार एक गांव में अभियान चला रहे है। बस्तर के चप्पे-चप्पे में तैनात होकर जवानों (Naxal Attack) ने कैंप खोला है। नक्सलियों को हिंसा का रास्ता छोड़कर साधारण जीवन जीने के लिए जवान बस्तर के हर इलाके में अभियान चला रहे है। इससे प्रभावित होकर कई नक्सलियों ने हिंसा का राह छोड़कर आत्मसमर्पण किया है।