भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने एसीबी मुख्यालय में आयोजित सम्मान समारोह शामिल होने आ रहे एडिशनल एसपी को रिश्वत की रकम के साथ पकड़ा है।
ACB Action: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने अपने ही विभाग के अधिकारी के बाद एक और एडिशनल एसपी को पकड़ा है। एसीबी ने शुक्रवार रात को झालवाड़ चौकी प्रभारी एएसपी जगराम मीणा को 9.35 लाख रुपए की संदिग्ध रकम के साथ पकड़ा है। घर पर हुई तलाशी में करोड़ों रुपए की संपत्ति होने की जानकारी मिली है। जगराम मीणा पर वसूली के आरोप लगे हैं।
महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि झालावाड़ में तैनात एसीबी चौकी के एडिशनल एसपी जगराम मीणा का दो दिन पहले ही भीलवाड़ा ट्रांसफर किया था। रिलीव होने से पहले झालावाड़ से जयपुर लौटते समय शिवदासपुरा टोल के पास एसीबी मुख्यालय की टीम ने जगराम को ट्रैप कर लिया। भीलवाड़ा जाने से पहले झालावाड़ में आखिरी बंधी उगाही करके जयपुर ला रहा था। कार में बंधी की रकम होने की पुख्ता सूचना के बाद टीम ने शिवदासपुरा टोल पर रंगे हाथ पकडने के लिए जाल बिछाया।
एसीबी मुख्यालय की टीम ने पिछले दो महीने में दो बार ट्रैप का प्रयास किया लेकिन कामयाबी नहीं मिली। शुक्रवार रात करीब साढ़े आठ बजे टोल पर मीणा की कार आकर रुकी, तभी उसकी घेराबंदी कर कार की तलाशी ली गई। कार में 9.35 लाख रुपए मिले, जिनके संबंध में वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। टीम टोल नाका से उसको शिवदासपुरा थाने ले गई और थाने में देर रात तक रकम के संबंध में पूछताछ की जा रही थी। रकम विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारियों से बंधी के रूप में लेना बताया जा रहा है। एसीबी मुख्यालय में शनिवार को उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया जाना है। इसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए एएसपी जगराम मीणा आ रहा था।
एसीबी की दूसरी टीम को एडिशनल एसपी जगराम मीणा के जगतपुरा स्थित घर पर मिनी बार बना हुआ मिला। वह अंग्रेजी शराब का शौकीन था। घर में शराब पीने के लिए अलग से कमरा बना रखा था। उस कमरे में एसीबी को अंग्रेजी शराब के अलग-अलग ब्रांड की 40 से 45 बोतलें मिली। 40 लाख की नकदी, सोने-चांदी के जेवर और एक प्लॉट के दस्तावेज भी मिले हैं। इतनी मात्रा में अवैध रूप से अंग्रेजी शराब घर में रखने पर एडिशनल एसपी जगराम मीणा के खिलाफ जयपुर की रामनगरिया थाना पुलिस ने अलग से मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।