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‘हमारा यह सिस्टम छात्रों का मर्डर कर रहा है, व्यवस्था सुधारो सरकार’, युवा संसद में उठाए सवाल

Youth Parliament in the Assembly: राजस्थान विधानसभा में आयोजित युवा संसद में छात्रों ने विधायक के रूप में कई सवाल उठाए। शिक्षा व्यवस्था को लेकर तीखे सवाल किए। कोचिंग छात्रों की आत्महत्या का मामला भी गूंजा।

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राजस्थान विधानसभा में युवा संसद, पत्रिका फोटो

राजस्थान विधानसभा में युवा संसद, पत्रिका फोटो

Youth Parliament in the Assembly: जयपुर। राज्य विधानसभा में युवा संसद हुई। छात्रों ने विधायक के रूप में कई सवाल उठाए। शिक्षा व्यवस्था को लेकर तीखे सवाल किए। कोचिंग छात्रों की आत्महत्या का मामला भी गूंजा। कुछ छात्रों ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था ऐसी हो गई है कि उसमें हमारे किशोर महाभारत के अभिमन्यु की तरह फंस गए हैं। एजुकेशन सिस्टम स्टूडेंट का मर्डर कर रहा है। एक दिवसीय युवा संसद में राजकीय विद्यालयों के कक्षा 9 से 12 तक अध्ययनरत 41 जिलों के 164 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।

युवाओं ने इस तरह रखे विचार

छात्र तपिश वैष्णव ने कहा कि कोचिंग सेंटर आत्महत्या की फैक्ट्री के नाम से बदनाम होते जा रहे हैं। छात्रा खुशी राजपुरोहित ने कहा कि हमारे युवाओं की हालत यह है कि दो का पहाड़ा भले याद नहीं हो, लेकिन फोन के पासवर्ड जरूर याद हैं। युवा कॅरियर से ज्यादा सोशल मीडिया पर ज्यादा ध्यान देते हैं।

छात्रा प्रतीक्षा भंडारी ने कहा कि योजनाएं आसमान में उड़ती रहती हैं और युवा जमीन पर खोजता रह जाता है।
नेता प्रतिपक्ष का रोल निभा रहीं उदयपुर की छात्रा हिमानी ने कहा कि खेलकूद का पीरियड ही नहीं है। शारीरिक विकास कैसे होगा? राजस्थान कोचिंग हब है। यह गर्व की बात है, लेकिन गर्व तभी है जब बच्चों की जान सुरक्षित है।

स्टूडेंट सुसाइड के आंकड़े सभ्य समाज पर कालिख

छात्र गौरव यादव ने कहा कि छात्र आत्महत्याएं केवल आंकड़े नहीं हैं, बल्कि हर संख्या के पीछे उजड़ा हुआ परिवार है। NCRB का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान में 2020 में जहां 5 हजार से ज्यादा छात्र आत्महत्याएं हुईं, वहीं यह संख्या अब 13 हजार पार कर चुकी है। माता-पिता की बढ़ती अपेक्षाएं और पढ़ाई का दबाव युवाओं को तोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि छात्रों की मौतों के यह मामले सभ्य समाज पर कालिख है।

ये प्रस्ताव हुए पारित

काउंसलिंग कार्यक्रम शुरू करने, विद्यालय में मानसिक स्वास्थ्य एवं कॅरियर काउंसलिंग प्रकोष्ठ स्थापित करने, नियमित परामर्श एवं कॅरियर जागरूकता गतिविधियां संचालित करने के लिए सरकार को अधिकृत करने का प्रस्ताव पारित किया गया।

स्कूलों में खेल का पीरियड ही नहीं

नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा रहीं उदयपुर की छात्रा हिमानी ने कहा कि कोचिंग हब होना गर्व की बात है, लेकिन बच्चों की जान सुरक्षित रहनी चाहिए। स्कूलों में खेलकूद के पीरियड नहीं हैं, जिससे शारीरिक और मानसिक विकास प्रभावित हो रहा है। उन्होंने स्कूलों में साइकोलॉजिस्ट और करियर काउंसलर नियुक्त करने की मांग की।

मजबूती के लिए मजबूत मन जरूरीः देवनानी

युवा संसद के उद्घाटन सत्र में विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि मजबूत बनने के लिए मजबूत मन होना जरूरी है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि दबाव व असमंजस से बचना होगा।