
जयपुर. राजधानी की सड़कों पर बढ़ता ट्रैफिक राहगीरों के लिए रोज़ाना संघर्ष का कारण बन रहा है। सड़क पार करने के लिए लोगों को वाहनों के बीच से गुजरना पड़ता है। पीक आवर्स में हालात इतने बिगड़ जाते हैं कि जेब्रा क्रॉसिंग पर भी वाहन खड़े हो जाते हैं और पैदल यात्री ट्रैफिक के बीच जान जोखिम में डालकर सड़क पार करते हैं। यह स्थिति किसी एक जगह की नहीं, बल्कि कई प्रमुख चौराहों पर देखने को मिलती है। राजस्थान पत्रिका की टीम ने शहर के विभिन्न मार्गों का जायजा लिया तो सामने आया कि पैदल चलने वालों को सुरक्षित पार करने के लिए फुट ओवरब्रिज की सख्त जरूरत है, लेकिन जिम्मेदार महकमों ने इस ओर कभी ध्यान नहीं दिया। विशेषज्ञों का कहना है कि शहर में फुट ओवरब्रिज की संख्या जरूरत के मुकाबले बेहद कम है। सड़क का इन्फ्रास्ट्रक्चर केवल वाहनों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है, पैदल चलने वालों की सुविधा पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
थोथी घोषणाएं, पैदल यात्री गायब
राज्य सरकार बजट में एलिवेटेड रोड, अंडरपास और फ्लाईओवर की घोषणाएं करती है, लेकिन पैदल यात्रियों की सुविधा का कहीं उल्लेख नहीं होता। पिछले कई वर्षों में फुट ओवरब्रिज को लेकर एक बार भी चर्चा नहीं हुई।
नहीं दिखती सुरक्षित क्रॉसिंग
सुबह 9 से 11 और शाम 6 से 8 बजे के बीच जेएलएन मार्ग, टोंक रोड, अजमेर रोड, मानसरोवर और वैशाली नगर जैसे इलाकों में सड़क पार करना सबसे कठिन हो जाता है। मेट्रो स्टेशन, मॉल, अस्पताल और बस स्टॉप के आस-पास पैदल आवाजाही अधिक रहती है, लेकिन सुरक्षित क्रॉसिंग की व्यवस्था कहीं नजर नहीं आती।
शहर के ये खतरनाक 10 क्रॉसिंग
- जेएलएन मार्ग पर ओटीएस चौराहा और मालवीय नगर पुलिय
- महल रोड पर खाटू श्याम सर्कल
-रामबाग सर्कल
- जेडीए सर्कल और मोती डूंगरी सर्कल
-राजस्थान विश्वविद्यालय के आस-पास
- वैशाली नगर में आम्रपाली सर्कल
- अपेक्स सर्कल, मालवीय नगर
- इंडिया गेट, टोंक रोड
-एसएमएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के बीच
-गोविंद मार्ग
अन्य स्थान जहां फुट ओवरब्रिज की जरूरत
-रामनिवास बाग पार्किंग से बापू बाजार
-सांगानेरी गेट
-गांधी नगर मोड़
-सोडाला चौराहा
-गुर्जर की थड़ी चौराहा
-सीकर रोड
-खेतान चौराहा
-आगरा रोड प्रेम नगर पुलिया
चांदपोल जनाना अस्पताल के बाहर
ट्रैफिक बोर्ड की बैठकों में भी अनदेखी
-ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड की बैठकों में भी पैदल यात्रियों की राह आसान करने पर कभी चर्चा नहीं होती। केवल फुटपाथ दुरुस्त करने की बात होती है, लेकिन फुट ओवरब्रिज बनाने का मुद्दा आज तक नहीं उठा।
एक्सपर्ट कमेंट
पहले सर्वे, फिर निर्माण
शहर में वाहनों का दबाव तेजी से बढ़ रहा है और राहगीरों के लिए सड़क पार करना बेहद मुश्किल होता जा रहा है। ऐसे में फुट ओवरब्रिज और अंडरपास बेहद जरूरी हैं। अंडरपास में सुरक्षा और सक्रियता की कमी के कारण लोग उनका उपयोग करने से बचते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि निर्माण से पहले सर्वे करवाना जरूरी है, ताकि पता लगाया जा सके कि पैदल यात्री किस ओर से किस दिशा में जा रहे हैं। एलिवेटेड रोड और फ्लाईओवर भी जरूरी हैं, लेकिन जेडीए और नगर निगम को पैदल चलने वालों का भी ध्यान रखना चाहिए।— एच.एस. संचेती, पूर्व मुख्य नगर नियोजक
Updated on:
16 Dec 2025 05:18 pm
Published on:
16 Dec 2025 05:15 pm
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