Rajasthan Congress: जयपुर में आयोजित संविधान बचाओ कार्यक्रम में राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने केंद्र और भजनलाल सरकार पर जमकर हमला बोला।
Rajasthan Congress: जयपुर में आयोजित संविधान बचाओ कार्यक्रम में राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने केंद्र और भजनलाल सरकार पर जमकर हमला बोला। डोटासरा ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर सवाल उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वादों की याद दिलाई और राजस्थान में मुख्यमंत्री की कार्यशैली पर गंभीर आरोप लगाए।
डोटासरा ने कहा कि पहलगाम में पाकिस्तान प्रायोजित कायराना हमला निंदनीय है, लेकिन यह सवाल भी जरूरी है कि चूक कहां हुई। उन्होंने कहा कि पहले पुलवामा में हुआ, अब पहलगाम में। मोदीजी, आपने वादा किया था कि एक के बदले 100 सिर लाएंगे, अब उस वादे का क्या हुआ? क्या केवल बातें ही होती रहेंगी? देश जानना चाहता है कि आखिर सुरक्षा में चूक कैसे हो गई? उन्होंने साफ किया कि कांग्रेस कार्यकर्ता सरकार के साथ खड़े हैं, लेकिन जिम्मेदारी तय करना भी उतना ही जरूरी है।
भजनलाल सरकार की कार्यप्रणाली पर निशाना साधते हुए डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में जब मुख्यमंत्री का चयन होना था, तब बहुमत के बावजूद विधायकों से राय नहीं ली गई। दिल्ली से एक पर्ची आई और उसी पर्ची ने प्रदेश का बेड़ा गर्क कर दिया। संविधान को कमजोर किया जा रहा है।
डोटासरा ने आरोप लगाया कि जो भी जनहित में आवाज उठाता है, उसे सरकार निशाना बना रही है। उन्होंने कहा कि टीकाराम जूली जब कोटा में आवाज उठाते हैं, तो एफआईआर कर दी जाती है। सीकर में मुख्यमंत्री को काला झंडा दिखाने पर लोगों की परेड निकाली जाती है। परेड तो आतंकियों की निकाली जानी चाहिए थी।
उन्होंने कहा कि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा कहते हैं कि बजरी चोरी का आरोप लगाते हैं और मुख्यमंत्री का मुंह सील हो जाता है। डोटासरा ने कहा कि प्रदेश में पांच साल से पंचायत के चुनाव नहीं हुए हैं, सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया जा रहा है और एक साल से प्रशासक लगाए बैठे हैं। संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता 'बब्बर शेर' हैं, जिन्होंने भाजपा के 11 मोरिए बुला दिए। उन्होंने कहा कि अब हमारी लड़ाई पर्ची सरकार के खिलाफ है। हम पर्ची से भेजे गए मुख्यमंत्री को भी बदलवाएंगे। मंत्रियों और अफसरों को भी नहीं पता कि मंत्रिमंडल विस्तार और तबादलों की सूची कब आएगी। जनता भी जानना चाहती है कि यह पर्ची सरकार कब बदलेगी।