जयपुर

Good News : एसएमएस जयपुर में पहली बार रोबोट से सफल किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी, मां ने बेटे को दी नई जिंदगी

Good News : सवाई मानसिंह चिकित्सालय जयपुर में शनिवार को पहली बार रोबोट से किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी की गई। मां ने बेटे को किडनी दी। पढ़ें यह स्टोरी।

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एसएमएस हॉस्पिटल में रोबोट से किडनी ट्रांसप्लांट करते चिकित्सक। फोटो पत्रिका

Good News : सवाई मानसिंह चिकित्सालय जयपुर में शनिवार को पहली बार रोबोट से किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी की गई। ऑपरेशन में करीब साढ़े तीन घंटे का समय लगा। ऑपरेशन एक महिला और उसके बेटे का किया गया है, जिसमें मां ने बेटे को किडनी दी है। यूरोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ. शिवम प्रियदर्शी ने बताया कि 71 साल की महिला ने 34 साल के बेटे को किडनी दी है। उसके बेटे की दोनों किडनियां हाई Žब्लड प्रेशर के कारण खराब हो चुकी थीं। वह पिछले कुछ महीनों से डायलिसिस पर था।

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मां का ऑपरेशन दूरबीन से किया गया

किडनी देने वाली मां का ऑपरेशन दूरबीन से किया गया। 5-6 सेंटीमीटर चीरा लगाकर किडनी निकाली गई। वहीं युवक का ऑपरेशन रोबोट के जरिए किया गया। युवक के 6-7 सेंटीमीटर का चीरा लगाकर किडनी लगाई गई।

सर्जरी में इन्होंने किया सहयोग

डॉ. शिवम प्रियदर्शी ने बताया सर्जरी में डॉ. नीरज अग्रवाल, डॉ. गोविंद शर्मा, डॉ. सोमेंद्र बंसल के साथ एनेस्थीसिया विभाग से डॉ. वर्षा कोठारी, डॉ. अनुपमा गुप्ता और डॉ. सिद्धार्थ शर्मा ने सहयोग किया।

मरीज जल्द होगा रिकवर

एसएमएस सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. विनय मल्होत्रा ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी का फायदा मरीज को होता है। इसमें चीरा छोटा लगता है, खून कम बहता है। दर्द भी कम होता है, वहीं रिकवरी भी जल्द होता है।

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Updated on:
05 Oct 2025 07:17 am
Published on:
05 Oct 2025 07:15 am
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