Rajasthan Politics: राजस्थान में बजट सत्र से पहले राज्यपाल हरिभाऊ बागडे द्वारा सीकर में अधिकारियों के साथ की गई समीक्षा बैठक चर्चा में आ गई है।
Rajasthan Politics: राजस्थान में बजट सत्र से पहले राज्यपाल हरिभाऊ बागडे द्वारा सीकर में अधिकारियों के साथ की गई समीक्षा बैठक चर्चा में आ गई है। क्योंकि इसको लेकर कांग्रेस के नेताओं ने सत्ता पक्ष पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि भाजपा सरकार की नाकामी एवं अकर्मण्यता की वजह से मंत्रियों का काम महामहिम राज्यपाल को करना पड़ा रहा है।
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने एक्स पर लिखते हुए कहा कि 'सिर्फ मंत्री नहीं, पूरी सरकार ही NPA'…एक कार्यक्रम में सुना था राजस्थान में भाजपा सरकार के ज्यादातर मंत्री NPA (नॉन-परफॉर्मिंग एसेट) हैं, लेकिन राजभवन से जारी यह ट्वीट देखकर लगता है कि पूरी सरकार ही NPA है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की नाकामी एवं अकर्मण्यता की वजह से मंत्रियों का काम महामहिम राज्यपाल को करना पड़ा रहा है। राज्यपाल महोदय को जिलों में जाकर योजनाओं की समीक्षा बैठक करके अधिकारियों को जनता के काम करने के निर्देश देने पड़ रहे हैं। इसका मतलब ये है कि संभाग प्रभारी समेत विभागीय मंत्री राज्य सरकार की योजनाओं की मॉनिटरिंग एवं धरातल पर क्रियान्वयन को लेकर पूरी तरह विफल हो रहे हैं।
दरअसल, इससे पहले राजस्थान के राजभवन के एक्स हैंडल से लिखा गया कि राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने सीकर में जिलास्तरीय अधिकारियों की बैठक के दौरान केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा कर शत प्रतिशत उपलब्धि अर्जित करने के निर्देश दिए।
गौरतलब है कि हाल में एक मीडिया चैनल के कार्यक्रम में सीएम भजनलाल शर्मा के सामने कई मंत्रियों को NPA (नॉन-परफॉर्मिंग एसेट) बताया गया था। सियासी गलियारों में इस मामले की गूंज दिल्ली तक सुनाई दी थी। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री के सामने इस तरह की बयानबाजी से जनता में गलत संदेश गया है, इसलिए बीजेपी आलाकमान ने भी नाराजगी जताई है।