जयपुर

विधानसभा में डोटासरा ने किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे पर ली चुटकी, पूछा-पर्ची स्वीकार हुई या नहीं?

राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र का दूसरा दिन भी हंगामेदार रहा। मदन दिलावर के एनडीए वाले बयान के साथ ही विधानसभा में कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे की गूंज रही।

2 min read
Jul 04, 2024

Rajasthan budget session : जयपुर। राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र का दूसरा दिन भी हंगामेदार रहा। मदन दिलावर के एनडीए वाले बयान के साथ ही विधानसभा में कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे की गूंज रही। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने विधानसभा में लंच ब्रेक से पहले किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे पर चुटकी लेते हुए कहा कि किरोड़ी मीणा वाली भी बता दो इनकी पर्ची स्वीकार हुई कि नहीं हुई?

दरअसल, शून्यकाल के दौरान पर्ची व्यवस्था शुरू करने के मुद्दे पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने तंज कसते हुए कहा कि आपने जो पर्ची व्यवस्था चालू की है, उसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, लेकिन किरोड़ीलाल वाली भी बता दो इनकी पर्ची स्वीकार हुई कि नहीं हुई? यह सदन ही नहीं पूरा प्रदेश जानना चाहता है कि किरोड़ी की पर्ची का क्या हुआ? जिस पर स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कहा कि सही समय पर सूचना आ जाएगी। इससे पहले डॉ किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे की खबर के बाद सदन में उनके विभाग से जुड़े कामों की जिम्मेदारी दो मंत्रियों को दी गई।

सदन में उठा जूली और डोटासरा पर केस का मुद्दा

इससे पहले प्रश्नकाल और शून्यकाल में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। शून्यकाल में कांग्रेसी विधायक हरिमोहन शर्मा ने नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा पर मुकदमे का मुद्दा उठाया। शर्मा ने कहा कि सरकार के इशारे पर दमन ठीक नहीं हैं। वहीं, नेता प्रतिपक्ष के बोलने के दौरान कांग्रेस विधायकों के हंगामे पर खाद्य मंत्री ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी जूली को नेता नहीं मान रहे। डोटासरा अलग से अपनी चलाना चाहते हैं।

दिलावर के डीएनए वाले बयान पर हंगामा

सुबह 11 बजे कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के कुछ विधायकों ने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के डीएनए वाले बयान का मुद्दा उठाना चाहा, लेकिन स्पीकर वासुदेव देवनानी ने अनुमति नहीं दी। इसके बाद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के सवाल का जवाब देने के लिए खड़े होते ही विपक्ष ने हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी। नारेबाजी और हंगामे के चलते दिलावर का जवाब सुनाई ही नहीं दिया।

Also Read
View All

अगली खबर