जिस भाई के साथ खेलकर बड़े हुए उसे थैली में Jaipur Tanker Blast: देखकर भाई इंद्रजीत सिंह सिसकने लगा। आंखों में आंसू और दर्द के साथ भाई के शव की डीएनए जांच के लिए वह मुर्दाघर के बाहर खड़ा था।
जयपुर। जिस भाई के साथ खेलकर बड़े हुए उसे थैली में देखकर भाई इंद्रजीत सिंह सिसकने लगा। आंखों में आंसू और दर्द के साथ भाई के शव की डीएनए जांच के लिए वह मुर्दाघर के बाहर खड़ा था।
अजमेर रोड पर हादसे में मौत का शिकार हुआ ट्रेलर चालक संजेश यादव मैनपुरी उत्तर प्रदेश का रहने वाला था। 14 दिसंबर को गुड़गांव से ट्रेलर लेकर 18 दिसंबर को मुद्रापोर्ट पर खाली करने के बाद मानेसर जा रहा था। जाम के कारण वह ट्रेलर लेकर खड़ा था, तभी यह हादसा हो गया।
भाई इंद्रजीत ने बताया कि संजेश ट्रांसपोर्ट कंपनी में ट्रेलर चालक था। कंपनी ने फोन पर सूचना दी तब हम जयपुर पहुंचे। हमारे साथ कंपनी में फील्ड का काम देखने वाले किरोड़ीमल भी थे।
सभी जगह भाई को तलाश करने पर हम ट्रेलर के पास पहुंचे। ट्रेलर कबाड़ में तब्दील हो चुका था और उसमें कुछ नहीं बचा था। आस-पास के लोगों ने बताया कि संजेश जल चुका था।
दूसरे भाई अमरजीत ने बताया कि मां संजेश से मिलने की जिद कर रही थी। मना करने पर नहीं मान रही थी, इस वजह से उसे लाना पड़ा। जब मुर्दाघर में संजेश के अवशेष थैली में देखे हमें मां को बताने की हिम्मत नहीं हुई। उसे वापस मैनपुरी यह कहकर भेज दिया कि उसका लंबा इलाज चलेगा।