Jaipur Tourism: जयपुर में पर्यटन का ट्रेंड बदला है। अब देश-विदेश के पर्यटक सिर्फ स्मारक नहीं देखते, बल्कि अनुभवात्मक पर्यटन जैसे लेपर्ड सफारी, हॉट एयर बैलून, हैरिटेज वॉक और नाहरगढ़ में ट्रैकिंग पसंद कर रहे हैं।
Jaipur Tourism: जयपुर: देश-दुनिया में 10 साल बाद पर्यटन के पैटर्न में बदलाव आया है। इस बदलाव का असर जयपुर में भी देखा जा रहा है। देश-विदेश से जयपुर घूमने के लिए आ रहे पर्यटक अब शहर के स्मारकों को देखने तक सीमित नहीं रहना चाहते।
बता दें कि देश-विदेश के पर्यटक अब एक्सपीरिएंशियल टूरिज्म (अनुभवनात्मक पर्यटन) को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। लेपर्ड सफारी, हॉट एयर बैलून सवारी, हैरिटेज वॉक और नाहरगढ़ की पहाडि़यों में ट्रैकिंग करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
जयपुर में एक्सपीरिएंशियल टूरिज्म से जुडे़ एक्सपर्ट ने कहा कि मानसून के साथ देश-विदेश के पर्यटक शहर में घूमने आ रहे हैं। इनमें से 50 प्रतिशत पर्यटक स्मारकों के साथ आसपास के एक्सपीरिएंशियल टूरिज्म साइट को लेकर सवाल पूछते हैं।
पर्यटकों को झालाना लेपर्ड सफारी, सामोद क्षेत्र में हॉट एयर बैलून सवारी, नाहरगढ़ की पहाड़ियों में ट्रैकिंग के लिए ले जाया जाता है। इससे उन्हें पर्यटन से जुड़ा नया अनुभव मिल सके। वहीं, 25 से 30 प्रतिशत पर्यटक हॉट एयर बैलून सवारी, 10 से 15 प्रतिशत पर्यटक परकोटा क्षेत्र की गलियों में हैरिटेज वॉक और पहाड़ों पर ट्रैकिंग करना पसंद करते हैं।
एक्सपर्ट ने कहा कि शहर के स्मारक घूमने में पर्यटकों को 60 से 90 मिनट लगते हैं। इसके बाद वे बोरियत महसूस करते हैं। वे बाजारों में समय बिताकर होटल लौट जाते हैं। वहीं, एक्सपीरिएंशियल टूरिज्म के दौरान पर्यटक 4 से 5 घंटे तक एंजॉय करते हैं।
-लेपर्ड सफारी : झालाना और बीड
-हॉट एयर बैलून सवारी : सामोद
-हैरिटेज वॉक : परकोटा क्षेत्र की गलियां
-ट्रैकिंग : नाहरगढ़ की पहाड़ियां
दुनिया में पर्यटन का पैटर्न बदला है। टूरिस्ट अब एक्सपीरिएंशियल टूरिज्म पसंद करते हैं। जयपुर में अब नए पैटर्न के हिसाब से टूरिस्ट लेपर्ड सफारी, हॉट एयर बैलून, पहाड़ों पर ट्रैकिंग जैसे अनुभव ज्यादा पसंद करते हैं।
-दिलीप सिंह, एक्सपर्ट एक्सपीरिएंशियल टूरिज्म, इवेंट चेयरमैन, राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स
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