जेडीए की प्रवर्तन शाखा अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई करती है और भूमाफिया कुछ दिन बाद नाम बदलकर कॉलोनी फिर से लॉन्च कर देते हैं। आज तक जेडीए ने ऐसी कोई व्यवस्था विकसित नहीं की, जिससे अवैध कॉलोनियों के बसने पर अंकुश लगाया जा सके।
जयपुर. जेडीए की प्रवर्तन शाखा अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई करती है और भूमाफिया कुछ दिन बाद नाम बदलकर कॉलोनी फिर से लॉन्च कर देते हैं। आज तक जेडीए ने ऐसी कोई व्यवस्था विकसित नहीं की, जिससे अवैध कॉलोनियों के बसने पर अंकुश लगाया जा सके। आगरा रोड से लेकर सीकर रोड, कालवाड़ रोड और दिल्ली रोड पर इस तरह की कई कॉलोनियां नाम बदलकर लॉन्च की जा चुकी हैं। अभी जेडीए सिर्फ अवैध कॉलोनियों के नाम की सूची ही वेबसाइट पर अपलोड कर रहा है। ये व्यवस्था नाकाफी है।
एक्सपर्ट मानते हैं कि जिओ टैग कर खसरा नम्बर सहित अन्य जानकारी जेडीए अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दे तो लोग सचेत रहेंगे। सिरसी रोड निमेड़ा बिचपुरी में तो बहाव क्षेत्र में अवैध कॉलोनी सृजित कर ली। जबकि, जेडीए का प्लान है कि यहां सिरसी रोड से बरसात के पानी को लाकर छोड़ा जाए।
अफसरों को नजर नहीं आ रहे अवैध वेयरहाउस
चंदवाजी बाईपास स्थित लक्ष्मीनारायणपुरा और इसके आस-पास के पास अवैध रूप से वेयरहाउस विकसित हो रहे हैं। मोटे किराए की वजह से कृषि भूमि पर वेयरहाउस सृजित किए जा रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि मुख्य सड़क किनारे बने ये वेयरहाउस जेडीए की प्रवर्तन शाखा के जिम्मेदार अधिकारियों को नजर नहीं आ रहे हैं। यहीं हाल दौतलपुरा में भी है। यहां तो वेयरहाउस योजना ही विकसित की जा रही है। दो बार जेडीए कार्रवाई कर चुका, लेकिन बाद भी मौके पर निर्माण कार्य चल रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नाले की सरकारी जमीन पर सडक़ का निर्माण कर लिया गया है।