Kota Student Suicide : कोटा में बढ़ते सुसाइड को लेकर राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने अपनी चिंता जताई। साथ ही एक बड़ा बयान देकर सबको चौंका दिया।
Kota Student Suicide Case : कोटा में बढ़ रहे सुसाइड मामलों को लेकर राजस्थान सरकार और प्रशासन चिंतित है। इस साल सातवां सुसाइड मामला सामने आया। राजस्थान सरकार में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने सोमवार को सुसाइड के बढ़ते मामले पर कहा कि छात्रों की आत्महत्या के लिए सिर्फ कोचिंग संस्थानों को ही दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए। इनके अलावा छात्रों के माता-पिता और मित्र मंडली भी आत्महत्या के मामलों में योगदान करते हैं। कोचिंग संस्थानों से कुछ प्रतिशत दबाव हो सकता है, पर अधिकांश दबाव माता-पिता और उसके मित्र मंडली का भी होता है। सोमवार को हरियाणा के छात्र ने कोटा में सुसाइड किया। वह नीट की तैयारी कर रहा था।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा, हर सुसाइड मामले में कोचिंग संस्थान ही दोषी हो, ऐसा नहीं है। कुछ फीसदी मामलों में हो सकता है। आत्महत्या के पीछे अन्य कारण भी हो सकते हैं। छात्रों के सुसाइड मामले में मां-बाप भी दोषी हैं। छात्र की संगत भी दोषी है। छात्र कई बार गलत संगत में पड़ जाते हैं। प्रेस प्रसंग में विफल होना भी एक बड़ी वजह हो सकता है। माता-पिता अपने बच्चों से उनकी क्षमता से अधिक उपलब्धि हासिल करने की उम्मीद करते हैं। ऐसे में सिर्फ कोचिंग संस्थानों को ही दोष देना ठीक नहीं है।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने आगे कहा, मां-बाप अपने बेटे से हमेशा अपेक्षा करते हैं कि वह क्षमता से अधिक ज्यादा लक्ष्य हासिल करे। पर वह क्षमता से ज्यादा नहीं कर पाता है। जब भी परीक्षा होती है, हर बार पूछते हैं कोन सी रैंक रहीं। पूरी कोशिश करने के बाद भी अगर शीर्ष रैंक में नहीं आता है तो वह आखिर में लिखकर के आत्महत्या कर लेता है।
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