स्वच्छ सर्वेक्षण को लेकर हैरिटेज नगर निगम में बैठक हुई। इसमें काम की बात कम और खानापूर्ति ज्यादा हुई। रिपोर्ट लेकर जो अधिकारी और कर्मचारी पहुंचे। उन्होंने सुबह फील्ड में पहुंचकर सिर्फ रस्म अदा की थी। इसके बाद भी बैठक में सब कुछ सही बताया गया।
जयपुर। स्वच्छ सर्वेक्षण की तैयारियों को लेकर हैरिटेज नगर निगम की बैठकों में खानापूर्ति की जा रही है।सोमवार को निगम मुख्यालय में बैठक हुई, इसमें सब कुछ सही बताया गया। आयुक्त अरुण कुमार हसीजा ने निर्देश दिए थे कि अधिकारी फील्ड में जाएं और 25-25 लोगों से फीडबैक लेकर आएं। फीडबैक के नाम पर एक कागज पर लोगों के नाम और मोबाइल नम्बर ही िलखे थे। बैठक में अतिरिक्त आयुक्त सुरेंद्र सिंह यादव के सामने इन लोगों ने कहा कि शहरवासी व्यवस्था को पहले से बेहतर बता रहे हैं। डोर टू डोर हूपर के समय पर आने की पुष्टि भी कर रहे हैं। हेल्पर की एक दो जगह समस्या की बात बैठक में कहीं गई।
आयुक्त ने रिव्यू बैठक बुलाई
16 फरवरी, शाम को आयुक्त अरुण कुमार हसीजा ने अधिकारियों के ग्रुप में एक मैसेज डालकर सुबह 10:30 बजे रिव्यू बैठक करने की बात कहीं। उन्होंने इस मैसेज में 17 फरवरी को सुबह आठ बजे घर छोडऩे को भी कहा। साथ ही, आवासीय कॉलोनियों में जाकर लोगों से फीडबैक लेने के लिए कहा। इस मैसेज में लिखा कि आपकी गाड़ी उस कॉलोनी में चल रहे हूपर के पीछे लगाएं और निवासियों से फीडबैक लें।
फीडबैक में ये हुआ
निगम के कई अधिकारी तो सिर्फ 25 लोगों का फीडबैक लेने के नाम पर उनके मोबाइल नंबर लेकर आ गए। एक दो लोगों ने स्थानीय निवासियों से बातचीत की। इसमें स्थानीय लोगों ने हूपर के नियमित न आने, झाड़ू समय पर न लगने और हेल्पर होने के बाद भी कचरा घरों से नहीं उठाने की समस्या लिखी।