Illegal Organ Transplant Scam : देशभर में विख्यात अवैध अंग प्रत्यारोपण मामले में नामित अधिकारी डॉ. रश्मि गुप्ता ने अब बड़ी कार्रवाई की है। जयपुर के नामचीन निजी अस्पताल मणिपाल हॉस्पिटल के अंग प्रत्यारोपण लाइसेंस को निलंबित कर दिया गया है। नीचे पढ़ें पूरी खबर।
जयपुर. मानव अंग प्रत्यारोपण के लिए फर्जी एनओसी के मामले में संदिग्ध भूमिका को देखते हुए मणिपाल हॉस्पिटल का अंग प्रत्यारोपण पंजीकरण और नवीनीकरण प्रमाण-पत्र (फॉर्म-16 व 17) निलंबित कर दिया गया है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह के निर्देश पर नामित अधिकारी डॉ. रश्मि गुप्ता ने यह कार्रवाई की। हॉस्पिटल को ट्रांसप्लांट ऑफ ह्यूमन ऑर्गन एक्ट के तहत पंजीकरण व नवीनीकरण प्रमाण-पत्र जारी किए गए थे।
विगत दिनों फर्जी एनओसी जारी होने का प्रकरण सामने आने के बाद इस मामले में फोर्टिस हॉस्पिटल से कार्मिक गिर्राज शर्मा को गिरफ्तार किया गया था। यह कार्मिक पूर्व में मणिपाल हॉस्पिटल में भी कार्यरत था। यहां भी एनओसी प्राप्त करने में इस कार्मिक की भूमिका सामने आई है। मणिपाल हॉस्पिटल की ओर से प्राप्त एनओसी भी संदेह के दायरे में है और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो एवं पुलिस की ओर से इस प्रकरण में जांच की जा रही है। उल्लेखनीय है कि फर्जी एनओसी प्रकरण में इससे पूर्व जयपुर के फोर्टिस अस्पताल और ईएचसीसी अस्पताल का अंग प्रत्यारोपण पंजीकरण व नवीनीकरण प्रमाण-पत्र निलंबित कर दिया गया था।