राजस्थान में मई में भीषण गर्मी के असर के साथ अगले महीने में संभावित दक्षिण पश्चिमी मानसून तय समय से पहले पहुंचने की खबर राहत देने वाली है। मौसम विभाग ने केरल में तय वक्त से पहले मानसून की एंट्री होने का पूर्वानुमान जताया है। राजस्थान में भी तय समय से पहले मानसून के दस्तक देने का दावा किया है।
Rajasthan Weather: राजस्थान में मई में भीषण गर्मी के असर के साथ अगले महीने में संभावित दक्षिण पश्चिमी मानसून तय समय से पहले पहुंचने की खबर राहत देने वाली है। प्रदेश में दिन में आसमान से मानों आग बरस रही है तो रात में भी गर्म हवा के थपेड़े बेचैन कर रहे हैं।
भीषण गर्मी के बीच मौसम विभाग ने केरल में तय वक्त से पहले मानसून की एंट्री होने का पूर्वानुमान जताया है। राजस्थान में भी तय समय से पहले मानसून के दस्तक देने का दावा किया है। तय समय से पहले मानसून की एंट्री होने पर जुलाई-अगस्त के महीने में प्रदेश के अधिकांश शहरों में झमाझम बारिश होने की उम्मीद है।
राजस्थान में सामान्यतया 25 जून के आसपास दक्षिण पश्चिमी मानसून की एंट्री होती है। जुलाई के पहले पखवाड़े में एंट्री के बाद मानसून थोड़ा सुस्त रहता है लेकिन फिर जुलाई माह के दूसरे पखवाड़े से लेकर अगस्त के महीने में सर्वाधिक बारिश होती है। पिछले दो तीन साल में राजस्थान में मानसून ने तय वक्त के आसपास ही एंट्री ली और प्रदेश में बारिश का आंकड़ा भी 95 फीसदी या उससे अधिक दर्ज हुआ।
केरल राज्य में दक्षिण पश्चिमी मानसून पिछले 5 साल में दो बार वक्त से पहले एंट्री ले चुका है। केरल में सामान्यतया मानसून एक जून को प्रवेश होता है। लेकिन इस बार तय समय से 5 दिन पहले यानि 27 मई को केरल पहुंचने की संभावना है। वर्ष 2020 में एक जून, 2021 में 3 जून, 2022 में 29 जून, 2023 में 8 जून और 2024 में 30 मई को मानसून केरल पहुंचा था।
राजस्थान में पेयजल और सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता भूजल पर निर्भर है और वह भी तेजी से घट रहा है। भूजल को रिचार्ज करने का मुख्य स्त्रोत वर्षा जल ही है। राजस्थान में पिछले कुछ वर्षों में 4 महीने की बारिश के दौरान भूजल स्तर बढ़ने की खबरें भी आई हैं। ऐसे में वर्षा जल संरक्षण के लिए नदी, पोखर, तालाबों की समय रहते सार संभाल अत्यंत आवश्यक है। सरकार ने अटल भूजल योजना 2019 और कैच द रेन 2024 योजनाओं से वर्षा जल संरक्षण की मुहिम शुरू की है।
मौसम विभाग ने राजस्थान में इस बार मानसून की दस्तक होने और वर्षा सीजन में सामान्य से 108 फीसदी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। जयपुर में पिछले तीन साल में, यानी 2022, 2023 और 2024 में, प्री-मानसून बारिश का दौर मई के महीने में शुरू हुआ। साल 2023 में प्री-मानसून बारिश का दौर जून के मध्य में शुरू हुआ था, जबकि साल 2024 में प्री-मानसून बारिश का दौर मई के अंत या जून की शुरुआत में शुरू हुआ।