जयपुर के शिप्रापथ थाने का मामला: नाराज उद्योग और सैनिक कल्याण मंत्री पहुंचे थाने, पुलिस अधिकारियों को जमकर लगाई लताड़, एसीपी से कहा आपने पुलिस में मैनर्स नहीं सीखे, एसआई सहित चार पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
जयपुर के शिप्रापथ थाना इलाके में सेना के एक जवान को कपड़े उतारकर पीटने का शर्मनाक मामला सामने आया है। जवान से बुलवाया गया कि पुलिस सेना की बाप है। घटना की जानकारी मिलते ही उद्योग और सैनिक कल्याण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ सोमवार को शिप्रापथ थाने पहुंचे और पुलिस अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई। उधर, पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसफ ने मारपीट मामले में एक एसआई सहित चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया है।
जानकारी के अनुसार 11 अगस्त को शिप्रापथ थाना पुलिस ने एक क्लब में छापा मारकर हुक्का बार पर कई लोगों को पकड़ा था। इसमें जवान अरविन्द का एक परिचित भी शामिल था। उसने फोन कर खुद को शिप्रापथ थाने में होने की सूचना दी तो अरविन्द थाने पहुंचे और सब इंस्पेक्टर बन्ना लाल से बात करने लगे। अरविन्द का आरोप है कि बन्नालाल ने उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया और गाली गलौच शुरू कर दी।
अरविंद का कहना है कि उन्होंने एसआई बन्नालाल को बताया कि वह सेना का जवान है और कश्मीर में पोस्टेड है। इससे बन्नालाल और उखड़ गए और गालियां देते हुए अरविंद को पीटना शुरू कर दिया। अरविंद ने आरोप लगाया कि बन्नालाल ने पुलिसकर्मियों के साथ हवालात में डालकर कपड़े उतरवा दिए और मारपीट करते हुए कहा कि पुलिस सेना की बाप है। पीड़ित ने इसकी शिकायत सैनिक कल्याण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से की। घटना की जानकारी मिलने पर मंत्री राठौड़ ने थाने पहुंचकर पुलिसवालों से सवाल जवाब किए। इस दौरान पुलिस के कई अधिकारी भी पहुंच गए। राज्यवर्धन ने मोबाइल में पीड़ित के साथ मारपीट के सबूत दिखाए। इस पर एसीपी संजय शर्मा ने तर्क दिया कि सैनिक ने पुलिसकर्मियों को गाली दी। मुझे भी गाली दी है।
नाराज राज्यवर्धन सिंह ने एसीपी संजय शर्मा के बीच में बोलने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा- आपको तो बेसिक प्रोटोकॉल ही नहीं पता, मैं बात कर रहा हूं न। आप वहां किससे बात कर रहे हैं? आपने बेसिक मैनर्स नहीं सीखे। मंत्री राठौड़ ने कहा, कश्मीर में तैनात जवान जयपुर आता है। उसको पकड़कर पुलिसकर्मी निर्वस्त्र कर पिटाई करते हैं। यह दुख की बात है। यह घिनौनी मानसिकता दिखाता है। देश की रक्षा करने वालों को वर्दी की धौंस दिखाना कायरता है।
मंत्री ने कहा कि यह सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति में आता है। पुलिस को पावर देश के संविधान और सरकार ने दी है। उसके पीछे जिम्मेदारी भी है। मैंने सैनिक की मेडिकल रिपोर्ट देखी है। तस्वीरें देखी हैं। एक भारतीय सैनिक को पांच-पांच पुलिसवाले मिलकर बुरी तरह पीट रहे हैं। मैंने डीजीपी और पुलिस कमिश्नर से भी बात कर उन्हें पूरी जानकारी दी है।