सूर्या और बॉबी देओल की मचअवेटेड फिल्म 'कंगुवा' का बड़े पर्दे पर आने का इंतजार कर रहे थे, जो खत्म हो चुका है।सूर्या की परफॉर्मेंस इसे और भी रोमांचक बना देता है। कंगुवा और फ्रांसिस की दो भूमिकाएं निभाते हुए, उन्होंने दोनों किरदारों को बिल्कुल अलग अंदाज में पेश किया है। वहीं बात करें बॉबी देओल की तो, वह सचमुच जबरदस्त हैं। एनिमल के मुकाबले यहां वह और भी खतरनाक और शक्तिशाली नजर आ रहे है।
जयपुर। साउथ इंडियन फिल्मों का क्रेज लगातार बढ़ रहा है, लेकिन कंगुवा ने इसमें सिर्फ बदलाव ही नहीं किया, बल्कि इसे नई ऊंचाई दी है। फिल्म की नई कहानी, संगीत, एक्टर्स का अनोखा अंदाज़ और जोशीले एक्शन सीन्स। हर चीज़ इसे एक खास अनुभव बनाती है। खासकर इसकी अनोखी कहानी की सराहना होनी चाहिए। डायरेक्टर शिवा ने दो दुनियाओं (एक पुरानी और एक मॉडर्न) को इतने नए अंदाज में दिखाया है, जो पहले किसी ने नहीं देखा। इस तरह से साउथ इंडियन फिल्म इंडस्ट्री दर्शकों को पसंद आने वाले और अनोखे आइडियाज लाने में माहिर है।
फैंस काफी लंबे समय से सूर्या और बॉबी देओल की मचअवेटेड फिल्म 'कंगुवा' का बड़े पर्दे पर आने का इंतजार कर रहे थे, जो खत्म हो चुका है। फैंस सोशल मीडिया पर फिल्म की तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पा रहे हैं। किसी ने फिल्म को मास्टरपीस बताया तो किसी ने इसके ब्लॉकबस्टर बताया। फिल्म को 4 स्टार रेटिंग दी गई है।
सूर्या की परफॉर्मेंस रोमांचक
कंगुवा कई अनोखे एलिमेंट्स से भरी फिल्म है जो इसे सबसे अलग बनाती है, लेकिन सूर्या की परफॉर्मेंस इसे और भी रोमांचक बना देता है। कंगुवा और फ्रांसिस की दो भूमिकाएं निभाते हुए, उन्होंने दोनों किरदारों को बिल्कुल अलग अंदाज में पेश किया है। वहीं बात करें बॉबी देओल की तो, वह सचमुच जबरदस्त हैं। एनिमल के मुकाबले यहां वह और भी खतरनाक और शक्तिशाली नजर आ रहे है।
एक्शन सीन्स बेहतरीन
फिल्म का एक बेहतरीन हिस्सा उसके एक्शन सीन्स हैं, जिसमें कुछ सीन हैं तो बस कमाल के हैं। ये बाहुबली की याद दिलाते हैं, जिसका हर एक्शन सीन का अपना अलग स्टाइल था। एक सीन में सूर्या एक छोटी से जंगल में पूरी सेना से लड़ता है और अपने क्षेत्र की जानकारी और जानवरों की मदद से लड़ता है। सीन्स की प्लानिंग बहुत ही इंप्रेस करने वाली है। स्टंट बढ़िया तरीके से किए गए हैं और इनकी क्रिएटिविटी के लिए पूरी तारीफ मिलनी चाहिए।
दंग कर देंगे ट्विस्ट
म्यूजिक भी तारीफ के काबिल है, खासकर "फायर सॉन्ग।" यह कमाल का लगता है और इसकी कोरियोग्राफी भी शानदार है। ट्विस्ट के लिए तैयार हो जाइए, जो आपको दंग कर देंगे। इंटरवल में एक ऐसा मोड़ आता है, जो आपको हैरान कर देगा। फिल्म का आखिरी घंटा बेहद रोमांचक और चौकाने वाला है, जिसमें अतीत और वर्तमान के एक्शन सीन्स बखूबी जोड़े गए हैं। डायरेक्टर ने दो अलग-अलग दुनियाओं के बीच जो बदलाव दिखाया है, वह देखना बेहद दिलचस्प है। दोनों दुनियाओं की अपनी अलग ऊर्जा है, और बदलाव इतना सहज है कि कुछ भी अजीब नहीं लगता। फाइटिंग स्टाइल, जगहें, और हथियार भले ही अलग हों, पर सब कुछ फिट लगता है, और इसी वजह से आप अपनी सीट पर उत्सुकता के साथ बने रहते हैं।
ये शायद इस साल का बेहतरीन कंटेंट है, जो किसी भी बॉलीवुड ब्लॉकबस्टर से कहीं बेहतर है और दक्षिण भारतीय सिनेमा में सबसे अलग है। कंगुवा इतनी भव्य और अद्भुत है कि हॉलीवुड को भी इस पर ध्यान देना चाहिए। इसके विशाल आकार के अलावा, ये एक ऐसी कहानी है जो दर्शकों को खुद से जोड़ लेती है और उन्हें अपनी सीटों पर बिठाए रखती है। ऐसा कोई पल नहीं है जिसे छोड़ दिया जाए।