'वोट चोरी' के मुद्दे को लेकर पूरे देश में कांग्रेस हमलावर है। इस बीच राजस्थान के कद्दावर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
जयपुर। देश की राजनीति इस समय एक बार फिर गर्म है और मुद्दा 'वोट चोरी' का है। कांग्रेस नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने भाजपा पर बड़ा हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि देश में लाखों वोटों में धांधली हुई है। पायलट का कहना है कि निर्वाचन आयोग को निष्पक्षता से काम करना चाहिए, लेकिन भाजपा आयोग की प्रवक्ता बनती नजर आ रही है।
मीडिया से बात करते हुए पायलट ने कहा 'फर्जी आंकड़े सबके सामने हैं, वोटर लिस्ट में गड़बड़ी साफ दिख रही है। सवाल ये है कि आखिर क्या छुपाया जा रहा है? लाखों वोट या तो डुप्लीकेट हैं, या किसी और नाम से दर्ज हैं। ऐसे में चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठना लाजमी है।'
पायलट ने निर्वाचन आयोग से मांग की है कि कांग्रेस के इन आरोपों की तुरंत और निष्पक्ष जांच हो। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची लोकतंत्र की रीढ़ होती है, और अगर उसमें छेड़छाड़ हुई है, तो ये सिर्फ एक पार्टी का मुद्दा नहीं, बल्कि देश के लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है।
इस बीच, भाजपा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। पार्टी का कहना है कि कांग्रेस चुनाव हारने के डर से पहले ही बहाने बनाने लगी है। भाजपा नेताओं का कहना है कि निर्वाचन आयोग एक संवैधानिक संस्था है और उस पर ऐसे आरोप लगाना संस्थाओं की साख को चोट पहुंचाने जैसा है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राजस्थान में अगले चुनाव से पहले ये मुद्दा बड़ा रूप ले सकता है। अगर जांच हुई और गड़बड़ियां सामने आईं, तो इसका असर सीधा चुनावी नतीजों पर पड़ सकता है। वहीं, अगर आरोप झूठे साबित हुए, तो कांग्रेस की साख पर भी सवाल उठेंगे।
फिलहाल, 'वोट चोरी' का ये मामला चुनावी माहौल में नई गर्मी लेकर आया है। अब नजरें इस पर हैं कि निर्वाचन आयोग क्या कदम उठाता है और क्या सचिन पायलट के आरोपों की जांच होती है या नहीं।
दरअसल, वोट चोरी के मुद्दे को लेकर कांग्रस बीजेपी सरकार पर लगातार हमलावर है। कांग्रेस के नेता जमीन से लेकर सोशल मीडिया तक लगातार संघर्ष करते नजर आ रहे हैं। एक्स पर ट्वीट करके लगातार सरकार पर निशाना साधा जा रहा है। इस संघर्ष में सचिन पायलट भी पूरी तरह से एक्टिव नजर आ रहे हैं।