Poll controversy: इसमे मजेदार बात यह हुई कि जितने अभ्यर्थियों ने पेपर दिया, उससे पांच गुणा ने जवाब देकर पोल में पोलमपोल कर डाली। इसका खुलासा खुद राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर किया है
जयपुर। पोल में कैसे पोलमपोल होती है, इसका एक ताजा उदाहरण आज ही देखने को मिला है। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से एक परीक्षा का आयोजन किया गया। इस परीक्षा का पेपर कैसा हुआ यह जानने के लिए चार ऑप्शन दिए गए। इसमे मजेदार बात यह हुई कि जितने अभ्यर्थियों ने पेपर दिया, उससे पांच गुणा ने जवाब देकर पोल में पोलमपोल कर डाली। इसका खुलासा खुद राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर किया है
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष ने जूनियर इंस्ट्रक्टर कंप्यूटर आईटी लैब परीक्षा को लेकर एक ऑनलाइन पोल कराया, लेकिन इस पोल में कुछ ऐसा हुआ जिसने सबका ध्यान खींच लिया। परीक्षा में केवल 619 अभ्यर्थी उपस्थित थे, लेकिन पोल में 2950 ने वोट डाले। इससे पोल कराने का उद्वेश्य ही खत्म हो गया।
परीक्षा के बाद अध्यक्ष ने ट्विटर पर पोल कर अभ्यर्थियों से उनके अनुभव और फीडबैक मांगा। उन्होंने खासतौर पर नेगेटिव फीडबैक देने का आग्रह किया ताकि प्रक्रिया में सुधार हो सके। हालांकि, पोल के आंकड़ों ने हैरान कर दिया। उपस्थित अभ्यर्थियों की संख्या से करीब पांच गुना ज्यादा लोगों ने इस पोल में वोट किया।
बोर्ड अध्यक्ष आलोक राज ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि क्या ये लोग सिर्फ मजे के लिए पोल में हिस्सा ले रहे थे? इस पोल में बहुत लोगों ने बिना एग्जाम दिए ही वोट डाल दिए। सिर्फ़ 619 कैंडिडेट ही उपस्थित थे, और वोट इससे ऊपर पड़ गए। कौन लोग हैं जो चाहते हैं कि सही स्थिति पता न पड़े? सिर्फ मजे के लिए, खेल बिगाडऩे के लिए या कोई और मंशा? कुछ हमारे अपने ही नहीं चाहते कि इंप्रूवमेंट हो, दुखद!