जयपुर

कोटा में सुसाइड को लेकर प्रियंका गांधी बोलीं- ‘बच्चों की आत्महत्या डरावनी, इस माहौल का गहराई से अध्ययन हो…’

Student Suicide Case: कोटा में छात्रों की आत्महत्या के बढ़ते मामले को लेकर कांग्रेस महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी ने भी चिंता जताते हुए इसे अत्यंत डरावना और हृदयविदारक बताया है।

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Jan 25, 2025

Student Suicide Case in Kota: देशभर में कोचिंग हब के रूप में प्रसिद्ध कोटा में छात्रों की आत्महत्या का सिलसिसा थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बीते बुधवार को भी दो छात्रों ने आत्महत्या कर ली, जिससे इस साल के शुरुआती 25 दिनों में आत्महत्या करने वाले छात्रों की संख्या 6 तक पहुंच गई है। सुसाइड करने 6 में से 5 स्टूडेंट JEE की तैयारी कर रहे थे। ये आंकड़े सामाजिक तौर पर हम सभी के लिए डरावने और परेशान करने वाले हैं।

इधर, छात्रों के आत्महत्या के बढ़ते मामले को लेकर कांग्रेस महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी ने भी चिंता जताते हुए इसे अत्यंत डरावना और हृदयविदारक बताया है।

छात्रों की आत्महत्या बहुत चिंताजनक- प्रियंका

कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने चिंता जाहिर की और अपने सोशल हैंडल एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि, "कोटा, राजस्थान में एक ही दिन में दो बच्चों के आत्महत्या का समाचार अत्यंत डरावना और हृदयविदारक है। यहां तीन हफ्ते के अंदर 5 छात्रों ने आत्महत्या की है, ये बहुत चिंताजनक है।"

प्रियंका गांधी ने कहा कि यह समय शिक्षा के संस्थानों, अभिभावकों और सरकारों को मिलकर सोचने और आत्मनिरीक्षण करने का है कि ऐसा क्यों हो रहा है? क्या हमारे ​बच्चों पर इतना दबाव पड़ रहा है कि वे झेल नहीं पा रहे हैं या समूचा वातावरण उनके अनुकूल नहीं है? सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाना चाहिए। बच्चों के मनोविज्ञान, शिक्षा के तौर-तरीकों और माहौल को लेकर गहराई से अध्ययन हों और जरूरी सुधार की पहल की जाए।

इस साल अब तक आत्महत्या के मामले

पहला मामला- 8 जनवरी, हरियाणा के महेंद्रगढ़ निवासी छात्र नीरज
दूसरा मामला- 9 जनवरी, मध्य प्रदेश के गुना जिले का निवासी अभिषेक लोधा
तीसरा मामला- 15 जनवरी, ओड़िशा का अभिजीत गिरी
चौथा मामला – 18 जनवरी, राजस्थान के बूंदी जिले का निवासी मनन जैन
पांचवा मामला- 22 जनवरी, गुजरात की अहमदाबाद निवासी छात्रा अफ्शा शेख
छठा मामला- 22 जनवरी, असम के नागांव निवासी छात्र पराग

दरअसल, कोटा में छात्रों की आत्महत्या के बढ़ते मामले गंभीर समस्या बन गए हैं। इन घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन, कोचिंग संस्थानों और राज्य सरकार को मिलकर ठोस कदम उठाने होंगे।

Updated on:
25 Jan 2025 05:02 pm
Published on:
25 Jan 2025 05:01 pm
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