Rajasthan Budget 2025 : आम जनता को बजट में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में मिल सकता है बड़ा तोहफा। सीएम भजनलाल ने दिए संकेत। कहा-चिकित्सक अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ हैं तथा आगामी बजट के लिए इनके द्वारा दिए गए सुझाव आमजन के लिए लाभकारी हैं।
Rajasthan Budget 2025 : सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि चिकित्सक संवेदनाओं के साथ कर्तव्य का निर्वहन करते हुए स्वस्थ राजस्थान की हमारी संकल्पना को साकार करने में अहम भागीदारी निभा रहे हैं। प्रदेशवासियों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारे लिए सर्वाेच्च प्राथमिकता है। हम ‘आपणो स्वस्थ राजस्थान’ की संकल्पना पर काम करते हुए उत्कृष्ट एवं खुशहाल राजस्थान बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सीएम भजनलाल ने कहा कि चिकित्सक अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ हैं तथा आगामी बजट के लिए इनके द्वारा दिए गए सुझाव आमजन के लिए लाभकारी हैं। सीएम भजनलाल शुक्रवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ बजट पूर्व संवाद को संबोधित कर रहे थे।
सीएम भजनलाल ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार एवं सुदृढ़ीकरण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। चिकित्सा के महत्व को समझते हुए हमनें गत बजट में कुल बजट का रिकॉर्ड 8.26 प्रतिशत चिकित्सा के लिए आवंटित किया। उन्होंने कहा कि संस्थागत प्रसव, मातृ-शिशु मृत्यु दर, टीकाकरण, चिकित्सा संस्थानों की उपलब्धता सहित कई मानकों में राजस्थान का प्रदर्शन राष्ट्रीय औसत से बेहतर है।
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश की चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए पिछले एक साल में अनेक कदम उठाए गए हैं। आमजन को मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना (मा) के माध्यम से 25 लाख रुपए तक का कैशलेस उपचार, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए 73 डे केयर पैकेज, शिशुओं के उपचार के लिए 419 पीडियाट्रिक पैकेज, 8 लाख वरिष्ठ नागरिकों के लिए कैशलेस उपचार जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं। साथ ही, मा वाउचर योजना से गर्भवती महिलाओं को अधिकृत निजी सोनोग्राफी केंद्रों से सोनोग्राफी कराने की नि:शुल्क सेवा दी जा रही है।
सीएम भजनलाल ने कहा कि लोगों का हेल्थ रिकॉर्ड डिजिटल रूप में सुरक्षित रखने के लिए प्रदेश में करीब 6 करोड़ लोगों की आभा आईडी बनाई जा चुकी है। इसमें राजस्थान देश में दूसरे स्थान पर है।
सीएम भजनलाल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आवश्यकतानुसार सीएचसी, पीएचसी, एसएचसी, ब्लॉक पब्लिक हैल्थ यूनिट सहित विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों का निर्माण करवाया गया है। प्रदेश में 11 हजार 571 संस्थान आयुष्मान आरोग्य मंदिर के रूप में क्रियाशील किए जा चुके हैं, इनसे करोड़ों लोग लाभान्वित हुए हैं।