जयपुर

Rajasthan By Election 2024: सात सीटों पर कल होगा मतदान, जानें क्या है टाइमिंग और आयोग के नियम?

Rajasthan By Election 2024: राजस्थान की सात सीटों पर मतदान बुधवार 13 नवंबर को सुबह 7 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक होगा।

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Nov 12, 2024
file photo

Rajasthan By Election 2024: राजस्थान की सात सीटों पर मतदान 13 नवंबर को सुबह 7 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक होगा। इस उपचुनाव में कुल 69 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। भाजपा, कांग्रेस, आरएलपी और बीएपी के साथ कुछ अन्य दलों के प्रत्याशी और निर्दलीय उम्मीदवार भी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। मतदान दल अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र के लिए रवाना हो गए है। उपचुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।

बता दें, इसके लिए निर्वाचन विभाग ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए है। किसी भी प्रकार के अप्रिय हालात से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए है।

48 घंटे के लिए दिशा-निर्देश जारी

राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि विधानसभा उपचुनाव-2024 के लिए मतदान के अंतिम 48 घंटे के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। प्रतिबंध की अवधि 11 नवम्बर शाम 6 बजे से शुरू हुई थी जो कल मतदान समाप्ति के समय 13 नवम्बर को शाम 6 बजे तक प्रभावी रहेगी। आयोग ने निर्वाचन मशीनरी, प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों को इन निर्देशों की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

इस अवधि में यदि सामुदायिक केंद्रों, धर्मशालाओं आदि, जहां पर बाहरी व्यक्तियों को ठहराया जाता है, उनकी निगरानी करने, गेस्ट हाऊस, लॉज, होटलों मेंठहरने वाले व्यक्तियों की जानकारी अथवा सत्यापन करने, बाहर से आने वाले वाहनों पर निगरानी रखने और इसके लिए चेक पोस्ट स्थापित करने और उनकी पहचान क्या है, सत्यापन करने की कार्यवाही भी की जाएगी।

वहीं, राज्य सरकार से सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति (प्रत्याशी के अलावा) यदि निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता है, तो वह अपने मताधिकार का उपयोग करने के बाद क्षेत्र में आवाजाही नहीं करेगा।

सभी सीटों पर जबरदस्त मुकाबला

दरअसल, राजस्थान की सात सीटों झुंझुनू, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी, सलूंबर और रामगढ़ पर उपचुनाव के लिए मतदान कल यानि बुधवार 13 नवंबर को होगा। इन सभी सीटों पर जबरदस्त मुकाबला है। कई सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला है। जबकि अन्य सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर है।

गौरतलब है कि ये उपचुनाव सियासी प्रशिक्षण के लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए बेहद अहम है। इन चुनावों का सरकार का पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा, लेकिन नेताओं की सियासी सेहत पर जरूर असर होगा। सीएम भजनलाल शर्मा की सियासी प्रतिष्ठा जुड़ी है। वहीं, कांग्रेस के लिए मजबूत विपक्ष बने रहने के लिए जीतना जरूरी है।

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