Success Story : राजस्थान सरकार ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के 7 महिला IAS प्रशिक्षु अधिकारियों को विभिन्न जिलों में सहायक कलक्टर (एसीएम) के पद पर लगाने के आदेश जारी किए हैं। ये 7 महिला IAS ने अपनी कड़ी मेहनत से अपनी किस्मत बनाई। आइए जानते हैं इनकी सक्सेस स्टोरी।
Success Story : राजस्थान सरकार ने सोमवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा के 13 प्रशिक्षु अधिकारियों को विभिन्न जिलों में सहायक कलक्टर (एसीएम) के पद पर लगाने के आदेश जारी किए हैं। इनमें आराधना चौहान को कोटा, सृष्टि डबास को उदयपुर, अदिति यादव को श्रीगंगानगर, मेधा आनंद को भीलवाड़ा, नेहा राजपूत उद्धवसिंह को अजमेर, स्वाति शर्मा को बीकानेर और ऐश्वर्य प्रजापति को अलवर की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
आराधना चौहान मध्यप्रदेश के इंदौर की निवासी हैं। वह 2024 बैच की आइएएस हैं। यूपीएससी में चौथे प्रयास में सफलता मिली। उनकी 251वीं रैंक थी। वर्ष 2015 में भोपाल से आराधना ने बीटेक किया था।
सृष्टि डबास देश की राजधानी दिल्ली की रहने वाली हैं। सृष्टि डबास ने वर्ष 2024 बैच की आइएएस हैं। उनको 6वीं रैंक मिली थी। आइएएस से पहले वह रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया मुंबई में एचआर ब्रांच में नौकरी करती थीं।
अदिति यादव राजस्थान के बहरोड़ की निवासी हैं। अपने पहले प्रयास में अदिति ने आइएएस क्रेक कर लिया था। यूपीएससी परीक्षा 2024 में अदिति को 194वीं रैंक मिली।
यूपीएससी एग्जाम में ऑल इंडिया 13वीं रैंक हासिल करने वाली मेघा आनंद उत्तर प्रदेश के बरेली की रहने वाली हैं। वर्ष 2019 में मेधा को 311वीं रैंक हासिल हुई। इस आधार पर मेधा को भारतीय रेलवे यातायात सेवा में नियुक्ति मिल थी। मेधा को सहायक कलेक्टर भीलवाड़ा के रूप में लगाया गया हैं।
महाराष्ट्र की नेहा राजपूत ने अपने पहले प्रयास में यूपीएससी परीक्षा क्रेक कर ली है। ऑल इंडिया उनको 51वीं रैंक मिली। आइएएस से पहले नेहा डॉक्टर थी।
झारखंड के सतना की रहने वाली स्वाति ने तीसरे प्रयास में यूपीएससी सिविल सर्विसेज के एग्जाम में 15वीं रैंक हासिल की। स्वाति को सहायक कलेक्टर बीकानेर के रूप पोस्टिंग मिली हैं।
2024 बैच की आइएएस ऐश्वर्या प्रजापति ने 10वीं रैंक हासिल की। ऐश्वर्या का यह दूसरा प्रयास था। इससे पहले ऐश्वर्या ने उत्तराखंड से इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स में इंजीनियरिंग किया था। वे एलएनटी कंपनी विशाखापट्टनम में कार्य कर चुकी थी।
राजस्थान कैडर में शामिल हुई 7 IAS महिला अफसर के अतिरिक्त 6 पुरुष भी शामिल हैं। जिनमें मोहन लाल को जोधपुर, रविन्द्र कुमार मेघवाल को चित्तौड़गढ़, बिरजू गोपाल चौधरी को पाली लगाया है। इसी तरह मृणाल कुमार को जयपुर, रोहित वर्मा को जैसलमेर और भानु शर्मा को भरतपुर में लगाया है।