Digital Police Services : अब मोबाइल से दर्ज करें शिकायत, राजस्थान पुलिस का डिजिटल समाधान शुरू,राजकॉप सिटीजन ऐप: थाने जाए बिना दर्ज करें अपनी शिकायत, तुरंत मिलेगी प्रतिक्रिया, शिकायत दर्ज करने की आसान सुविधा, राजकॉप ऐप से पाएं तुरंत समाधान।
Raj Cop Citizen App: जयपुर। आमजन की सुविधा और पुलिस सेवाओं की पारदर्शिता बढ़ाने के उद्देश्य से राजस्थान पुलिस ने एक नई डिजिटल पहल की शुरुआत की है। अब नागरिकों को अपनी शिकायत दर्ज करवाने के लिए थानों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। राजकॉप सिटीजन ऐप (RajCop Citizen App) के माध्यम से लोग सीधे अपने मोबाइल से शिकायत दर्ज कर सकेंगे।
राजस्थान पुलिस द्वारा लॉन्च की गई यह सुविधा जनता और पुलिस के बीच संवाद को आसान और भरोसेमंद बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह ऐप आम नागरिकों को न सिर्फ शिकायत दर्ज करने की सुविधा देता है, बल्कि शिकायत की गोपनीयता, पारदर्शिता और ट्रैकिंग जैसी सुविधाएं भी प्रदान करता है।
इस सुविधा के प्रमुख लाभ:
राजस्थान पुलिस ने इस ऐप को "सिर्फ एप्लिकेशन नहीं, समाधान है!" की टैगलाइन के साथ लॉन्च किया है। यह पहल ‘डिजिटल इंडिया’ मिशन के तहत पुलिस व्यवस्था को अधिक तकनीकी और जनता के अनुकूल बनाने की दिशा में एक सशक्त कदम मानी जा रही है।
पुलिस विभाग का कहना है कि इस ऐप से नागरिकों में विश्वास बढ़ेगा और शिकायतों का समाधान शीघ्रता से हो सकेगा।
तो आज ही RajCop Citizen App डाउनलोड करें और पाएं अपनी समस्याओं का सरल समाधान – अब आपकी सुरक्षा, आपकी सुविधा, पूरी तरह डिजिटल।
राजस्थान पुलिस के राजकॉपऐप पर नया फीचर ’नीडहेल्प’ और 'यात्रासूचना' विकसित किया है। नीड हेल्प दो तरह से बेटियों की सहायता करता है। पहली-आपातकालीन तथा दूसरी-गैर आपातकालीन। यदि आप आपातकालीन िस्थति में है और आपको तुरंत सहायता की जरूरत है तो आप इस विकल्प का चयन करें। पुलिस जल्द आपके पास पहुंचेगी। गैर आपातकालीन िस्थति में भी पुलिस मदद करेगी, लेकिन उसमें पुलिस सुनिश्चित करेगी कि कब और कैसे सहायता करनी है। पिछले दिनों बस में यात्रा कर रही एक महिला प्रोफेसर के साथ एक यात्री छेड़छाड़ कर रहा था। प्रोफेसर ने राजकॉप सिटीजन ऐप की मदद ली। लोकेशन के आधार पर निकटतम थाने की पुलिस ने सहायता की।
•-इस ऐप के जरिए आप अपनी एफआईआर डाउनलोड कर सकते हैं। हालांकि अभी यह फीचर बंद है।
•-पुलिस सम्पर्क निर्देशिका, पुलिस थानों से लेकर पुलिस अधिकारियों के मोबाइल नंबर जान सकते हैं
•-आप अपने किराएदार या नौकर का पुलिस सत्यापन करवा सकते हैं।
•-साइबर फ्रॉड की सूचना और रिपोर्ट करवा सकते हैं।
•-आप अपनी पंजीकृत शिकायत को ट्रेक कर सकते हैं।
•-एसओएस पेनिक बटन से तत्काल सहायता प्राप्त कर सकते हैं।