Rajasthan : राजस्थान पहली बार ग्लोबल स्टार्टअप समिट की मेजबानी करेगा। यह प्रदेश के स्टार्टअप ईकोसिस्टम को नई दिशा दे सकता है। 4-6 जनवरी के बीच 30 देशों के उद्यमी 170 स्टार्टअप के साथ जुटेंगे। इस मौके पर राज्य सरकार अपनी नई एआइ (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) पॉलिसी भी लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। और क्या है, जानिए ।
Rajasthan : राजस्थान पहली बार एक ऐसे ग्लोबल आयोजन की मेजबानी करेगा, जो प्रदेश के स्टार्टअप ईकोसिस्टम को नई दिशा दे सकता है। डीजी फेस्ट एवं टाई ग्लोबल समिट का आयोजन 4 से 6 जनवरी तक जयपुर में होगा। दुनिया के 30 देशों से उद्यमी, निवेशक, इनोवेटर्स और टेक्नोलॉजी जगत से जुड़े दिग्गज इसमें शामिल होंगे।
यह पहला मौका है जब टाई ग्लोबल समिट जैसे बड़े स्तर का आयोजन किसी टियर-2 शहर में किया जा रहा है। समिट में दुनियाभर के स्टार्टअप, करीब 10 हजार उद्योगपति, 500 से ज्यादा निवेशक और 100 से अधिक वक्ता शामिल होने का दावा किया जा रहा है। डीओआइटी के मुताबिक आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, ओडिशा, हरियाणा, महाराष्ट्र को स्टेट पार्टनर बनाया जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे राजस्थान को ग्लोबल इनोवेशन और स्टार्टअप मैप पर मजबूत पहचान मिलेगी। भविष्य में निवेश और उद्योगों के लिए नए आयाम खुलेंगे।
समिट की मुख्य थीम टेक्नोलॉजी, ग्रोथ और सस्टेनेबिलिटी रखी गई है। विभिन्न सत्रों में भविष्य की टेक्नोलॉजी, ग्रीन इनोवेशन, एआइ, फंडिंग, महिला उद्यमिता और युवाओं में स्टार्टअप कल्चर पर मंथन होगा।
देशभर के युवा इनोवेटर्स के लिए खास तौर पर ‘टीजीएस :100 प्रतियोगिता’ आयोजित की जाएगी। इसमें चुने गए 100 स्टार्टअप सीधे ग्लोबल निवेशकों के सामने अपने आइडिया प्रस्तुत कर सकेंगे।
समिट का सबसे बड़ा आकर्षण 170 भारतीय और अंतरराष्ट्रीय स्टार्टअप होंगे, जो इनोवेटिव टेक्नोलॉजी, प्रोडक्ट और आइडिया पेश करेंगे। डीओआइटी के अधिकारियों का आकलन है कि इस आयोजन से स्टार्टअप को 200 करोड़ रुपए से अधिक की फंडिंग मिल सकती है।
समिट के दौरान राज्य सरकार अपनी नई एआइ (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) पॉलिसी भी लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। इस पॉलिसी का उद्देश्य एआइ आधारित स्टार्टअप्स, युवाओं और उद्योगों को बढ़ावा देना है। प्रदेश में एआइ रिसर्च, ऑटोमेशन, मशीन लर्निंग आदि को मजबूत आधार मिलेगा।
सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग की ओर से संचालित आइ स्टार्ट कार्यक्रम ने प्रदेश में नवाचार, निवेश और रोजगार सृजन को व्यापक आधार दिया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की देखरेख में सरकार द्वारा विकसित आइ स्टार्ट पोर्टल आज स्टार्टअप के लिए एक वन-स्टॉप गेटवे के रूप में काम कर रहा है।
प्रदेश में वर्तमान में 7100 से अधिक स्टार्टअप जुड़े हुए हैं, जिन्हें अब तक 1000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश प्राप्त हुआ है। इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से 42500 से अधिक रोजगार सृजित हो चुके हैं। आइ स्टार्ट नेस्ट नेटवर्क के तहत जयपुर स्थित टेक्नो हब सहित उदयपुर, कोटा, भरतपुर, जोधपुर, बीकानेर, पाली और चूरू में इनक्यूबेटर संचालित हो रहे हैं।