सचिन पायलट ने एक इंटरव्यू के दौरान मानसेर कांड को फिर याद किया है। उन्होंने कहा कि उप मुख्यमंत्री और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए हमारी ही सरकार में मुझ पर देशद्रोह का केस हुआ।
राजस्थान में लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद कांग्रेस नेता सचिन पायलट का दुख एक बार फिर सामने आया है। पायलट ने एक इंटरव्यू के दौरान मानसेर कांड को फिर याद किया। उन्होंने कहा कि उप मुख्यमंत्री और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए हमारी ही सरकार में मुझ पर देशद्रोह का केस हुआ।
पायलट ने एक इंटरव्यू में कहा कि इसको सहन करना मुश्किल होता है। उस समय मैं खुलकर बोला कि इसको स्वीकार नहीं किया जा सकता है। बाद में चीजों का समाधान हुआ। हमने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मिलकर मेहनत की।
उन्होंने आगे कहा कि अब हम विपक्ष में है सब भूलकर काम करने की जरूरत है। किसने क्या छोटा मोटा बोला उसको भूलने की जरूरत है। वहीं पायलट से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ कड़वाहट, खींचतान और सियासी उठापटक का कांग्रेस को विधानसभा चुनावों में नुकसान होने के सवाल किया तो उन्होंने कहा कि पुराना इतिहास देख लीजिए। जब हम सत्ता में थे तो एक बार चुनाव में 51 और दूसरी बार 21 सीटें आई।
दरअसल, दोनों बार गहलोत के मुख्यमंत्री रहते हुए ही चुनाव हुए थे। हम सरकार रिपीट नहीं करा सके। पायलट ने कहा कि कुछ मुद्दों पर राय अलग हो सकती है लेकिन पार्टी के लिए एक हैं। पायलट ने कहा कि चार महीने में राज्य की भाजपा सरकार ने जनता पर कोई छाप नहीं छोड़ी है। लोकसभा चुनाव में हमारे भाजपा से अच्छे उम्मीदवार थे।