चित्रकूट थाना पुलिस ने किया गैंग का पर्दाफाश: दो महिलाएं चेक लेते हाथ आईं, कई पीड़ितों को बना चुकीं शिकार
जयपुर. चित्रकूट थाना पुलिस ने रईसों को प्रेमजाल में फंसा बलात्कार के झूठे केस दर्ज करवाने की धमकी दे रकम ऐंठने वाली दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने वैशाली नगर के एक कैफे में पीड़ित से चेक लेने पहुंचीं दोनों महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया।
डीसीपी (पश्चिम) अमित कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी मीतू पारीक (47) विद्युत नगर चित्रकूट और इन्दु वर्मा (47) चन्द्रवरदाई नगर रामगंज अजमेर की रहने वाली है। आरोपी महिलाएं रईसों से पहले दोस्ती करतीं फिर उन्हें प्रेमजाल में फंसा होटल में ठहरती थीं। उसके बाद बलात्कार का केस लगाने की धमकी दे रुपयों की डिमांड शुरू कर देतीं।
आरोपियों की डिमांड 50 लाख से शुरू होती। इसके बदले में महिलाएं पीड़ितों को शपथ पत्र तक लिखकर देती कि पीड़ित व्यक्ति की ओर से राशि का भुगतान किस तरीके से और कब-कब किया जाएगा। पीड़ित व्यक्ति जैसे ही पेमेंट शुरू करता नए व्यक्ति को फंसाकर धमकाना शुरू कर देतीं।
पुलिस ने दोनों के मोबाइल को खंगाला तो उनमें अन्य चार व्यक्तियों से ठगी करने की डिटेल मिली। इनमें कुछ से रुपए लेना, कुछ को रुपयों के लिए धमकाना व अगला टारगेट किसे बनाया जाए यह बातचीत शामिल थी। पुलिस ने आरोपी महिलाओं को रिमांड पर लिया है।
थानाप्रभारी अंतिम शर्मा ने बताया कि 16 जून को पीड़ित सुनील कुमार (परिवर्तित नाम) ने पुलिस को बताया कि दोनों महिलाएं सेक्सटॉर्शन की रकम का चेक लेने के लिए दबाव बना रही थीं। उन्होंने वैशाली नगर स्थित कैफे में पीड़ित को चेक सहित बुलवाया। इसी दौरान सादा वस्त्रों में तैनात पुलिसकर्मियों ने दोनों आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ लिया। मीतू पारीक के पर्स में से दो लाख बाईस हजार रुपए बरामद किए गए। पीड़ित से उन्होंने 50 लाख रुपए मांगे थे। इसके एवज में वह दोनों को करीब 7 लाख रुपए का भुगतान कर चुका था।