Bhankrota Blast: शहाबुद्दीन को एंबुलेंस की सहायता से एसएमएस अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां उसने अंतिम बार कहा कि बहुत जलन हो रही है। इसके बाद उसकी मौत हो गई।
Tanker Blast: जयपुर में एलपीजी टैंकर ब्लास्ट ने कई परिवारों को जिंदगी भर का दर्द दे दिया। हादसा इतना भयानक था कि कई लोगों को भागने तक का भी मौका नहीं मिला। कुछ ने घटनास्थल तो कइयों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। हादसे के बाद कई दर्दभरी कहानियां भी सामने आ रही हैं।
बता दें कि अहमदाबाद से ट्रक में मैगी लेकर जयपुर आ रहे रायबरेली निवासी चालक शहाबुद्दीन की इस हादसे में जान चली गई। पीछे ही ट्रक लेकर आ रहे उनके भाई शैफुद्दीन ने बताया कि वे जयपुर के विश्वकर्मा इलाके में ट्रक लेकर जा रहे थे।
उन्होंने बताया कि 22 किलोमीटर पहले जब आग लगी तो समझ नहीं आया कि क्या हुआ। मेरा भाई आग की लपटों में घिरा था, उसे बचाने की कोशिश में दौड़ा, लेकिन तब तक वह काफी जल चुका था। शहाबुद्दीन को एंबुलेंस की सहायता से एसएमएस अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां उसने अंतिम बार कहा कि बहुत जलन हो रही है। इसके बाद उसकी मौत हो गई।
आग की चपेट में आए एलपीजी टैंकर के चालक और खलासी ने टोल प्लाजा में छिपकर जान बचाई। चिकित्सा विभाग की टीम ने दोनों को झुलसी हालत में एसएमएस अस्पताल पहुंचाया। एक व्यक्ति झुलसने के बाद बचने के लिए खेत में जाकर छिप गया, उसे भी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
देखें घटना का वीडियो
दो घायलों को बगरू के सरकारी अस्पताल भर्ती कराया, जहां से उन्हें एसएमएस अस्पताल रेफर कर दिया। चिकित्सा विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. नरौत्तम शर्मा ने बताया कि घटना स्थल से 12 एम्बुलेंस ने घायलों को शिफ्ट किया।