Rajasthan politics: निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा द्वारा मतदान केंद्र पर तैनात एसडीएम को थप्पड़ मारने का मामला न केवल सियासी गलियारों में गर्माया हुआ है, बल्कि RLP सांसद हनुमान बेनीवाल के बयान ने इसमें और आग लगा दी है।
Rajasthan News: देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर उपचुनाव के मतदान दिवस पर हुए बवाल ने अब तूल पकड़ लिया है। निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा द्वारा मतदान केंद्र पर तैनात एसडीएम को थप्पड़ मारने का मामला न केवल सियासी गलियारों में गर्माया हुआ है, बल्कि RLP सांसद हनुमान बेनीवाल के बयान ने इसमें और आग लगा दी है।
सांसद हनुमान बेनीवाल ने अपने बयान में नरेश मीणा का समर्थन करते हुए कहा था, "नरेश ने सही किया। उसे तो तीन-चार थप्पड़ और मारने चाहिए थे।" इस बयान के बाद सियासी माहौल और ज्यादा गरम हो गया। भाजपा ने पलटवार करते हुए इसे सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का प्रयास बताया और हनुमान बेनीवाल को निशाने पर लिया। दरअसल, मतदान के दौरान नरेश मीणा ने एसडीएम पर गड़बड़ी का आरोप लगाया था और गुस्से में आकर थप्पड़ जड़ दिया। इस घटनाक्रम के तुरंत बाद नरेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया गया। मामले पर RLP और भाजपा के बीच सियासी तकरार अब चरम पर है। भाजपा ने न केवल हनुमान बेनीवाल के बयान की आलोचना की, बल्कि इसे लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ बताया। वहीं, नरेश के समर्थक इसे आम जनता के हक की लड़ाई बता रहे हैं।
इस पूरे मामले ने राजस्थान की राजनीति में भूचाल ला दिया है। विधानसभा चुनाव से पहले ये घटना कई सवाल खड़े कर रही है-क्या ये मुद्दा सिर्फ थप्पड़ का है, या फिर इसके पीछे सियासी समीकरण भी हैं? इस घटना का चुनाव पर क्या असर होगा, ये तो आने वाले वक्त में ही पता चलेगा। फिलहाल, इस थप्पड़ कांड ने राजस्थान की राजनीति को पूरी तरह से गरमा दिया है।