शहर के बाजारों में अब भी कचरे के ढेर लग रहे हैं। ग्रेटर व हैरिटेज निगम का कचरा डिपो मुक्त शहर का दावा झूठा साबित हो रहा है। परकोटे के बाजारों में भी सड़क पर कचरा नजर आता है। पत्रिका के स्वच्छता का संस्कार अभियान में पड़ताल के दौरान जयपुर शहर की सफाई व्यवस्था में कई झोल सामने आए हैं।
Swachhata Ka Sanskar: जयपुर शहर के बाजारों में अब भी कचरे के ढेर लग रहे हैं। ग्रेटर व हैरिटेज निगम का कचरा डिपो मुक्त शहर का दावा झूठा साबित हो रहा है। परकोटे के बाजारों में भी सड़क पर कचरा नजर आता है। पत्रिका के स्वच्छता का संस्कार अभियान में पड़ताल के दौरान जयपुर शहर की सफाई व्यवस्था में कई झोल सामने आए हैं। शहर के कई स्थानों पर कचरा डिपो हैं लेकिन वहां तक कचरा पहुंच ही नहीं पाता। तो दूसरी तरफ शहरवासियों ने उनके क्षेत्र में बनाए कचरा डिपो हटाने की मांग की है।
किशनपोल बाजार: स्मार्ट बाजार किशनपोल में टिक्कड़मल के रास्ते के नुक्कड पर अब भी कचरा डिपो है। यहां निगम कर्मचारी ही गलियों से कचरा लाकर डाल रहे हैं। व्यापार मंडल अध्यक्ष मनीष खूंटेटा का कहना है कि बाजार में अब भी कचरा डिपो है। इसकी हैरिटेज नगर निगम में शिकायत कर चुके हैं।
गणगौरी बाजार : यहां बोरडी कुएं का रास्ता के नुक्कड़ पर कचरा डिपो बना है। व्यापार मंडल अध्यक्ष अमित जोशी ने बताया कि बाजार में कचरा डिपो है। निगम आयुक्त को इसकी शिकायत भी कर दी, लेकिन यह डिपो बंद नहीं हुआ है।
इंदिरा बाजार : इंदिरा बाजार में ब्लॉक नंबर 10 के नुक्कड़ पर कचरा डिपो बना है। शाम को यहां कचरे का ढेर लग जाता है।
चौड़ा रास्ता: ताड़केश्वर मंदिर के सामने कचरा डिपो बना है। डिपो से कचरा जरूर उठ रहा है, लेकिन दिन में फिर से कचरा एकत्र हो जाता है।
स्वायत्त शासन विभाग के सचिव रवि जैन ने सोमवार को शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रत्येक प्रतिष्ठान के बाहर कचरा पात्र रखवाया जाए। जो पालना नहीं करे, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। सफाई में लापरवाही बरतने पर कुछ ढाबा संचालकों और व्यापारियों पर जुर्माना भी लगाया गया।
सचिव रवि जैन दौर के बीच जब स्टेच्यू सर्किल पहुंचे तो वहां मशीन से मूवर ग्रास कटिंग मशीन से घास की कटाई हो रही थी। उन्होने वहां 20 मिनट रूक कर जायजा लिया और रवाना हो गए। उनके जाने के ठीक बाद ही मशीन खराब होने से घास की कटाई का काम भी ठप हो गया।