Rajasthan News: UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि, ऐसी सड़कें जो गारंटी पीरियड में हैं और वे खराब हो गईं है तो ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करो। वहीं, गुणवत्ता जांचने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी एक्शन लेने की बात कही।
Rajasthan News: नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा (UDH Minister Jhabar Singh Kharra) ने सचिवालय में बैठक के दौरान कहा कि, राजधानी की ऐसी सड़कें जो डिफेक्ट लाइबिलिटी पीरियड (डीएलपी) में हैं और वे खराब हो गईं है तो काम करने वाले ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करो। इसके अलावा गुणवत्ता जांचने वाले अधिकारियों ने क्या किया? उनकी भूमिका क्या थी? उन पर भी एक्शन लिया जाए।
उन्होंने बारिश में शहर की क्षतिग्रस्त सड़कों को लेकर जिम्मेदार विभागों के अधिकारियों से बातचीत की। बैठक में सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से बनाई सड़कों की गुणवत्ता पर बात आई तो मंत्री ने जांच के निर्देश दिए। मंत्री ने बैठक में यहां तक कहा कि गरीब आदमी की जेब से टैक्स जा रहा है और हम उसी को सुविधा नहीं दे रहे हैं।
मंत्री ने कहा कि सीवरेज और ड्रेनेज का प्लान बनाया जाएगा और भविष्य में उसी के हिसाब से काम होगा। सड़कों का काम जल्द होगा। दिवाली से पहले सड़कें बन जाएंगी। पहले मुख्य सड़कें और फिर कॉलोनियों की सड़कें बनेंगी। इससे पहले बैठक में अधिकारियों ने बताया कि शहर में 248 करोड़ रुपए सड़कों की मरम्मत, निर्माण, रोड लाइट और नाला निर्माण पर खर्च होंगे।
इधर, जेडीए ने इनफेयर्ड रिसाइक्लिंग-मोबाइल मशीन (रोड एम्बुलेंस) से सड़कों के गड्ढे भरने का काम शुरू कर दिया है। इस तकनीक से 2.0x1.0 वर्ग मीटर के पेचवर्क का कार्य किया जा रहा है। सड़क साफ करने के बाद बिटुमन मिक्स को पोट होल्स में डाला जाता है और इसे 130 से 180 डिग्री पर हीटर से गर्म किया जाता है। कुछ ही समय में सड़क तैयार हो जाती है। जेडीए अधिकारियों की मानें तो करीब 11 वर्ष पहले इस मशीन का प्रयोग जेडीए ने किया था।