जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों की माने तो बांध में जितना पानी है, उससे जयपुर शहर में दो माह तक ही सप्लाई हो सकती है।
Bisalpur Dam: जयपुर। शहर की 50 लाख की आबादी के लिए लाइफ लाइन बीसलपुर बांध का पानी तेजी से रीत रहा है। बांध में अब भराव क्षमता का 27 प्रतिशत यानी 10 टीएमसी पानी ही बचा है। जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों की माने तो बांध में जितना पानी है, उससे जयपुर शहर में दो माह तक ही सप्लाई हो सकती है। मानसून के दौरान बांध में पानी की आवक नहीं होती है तो अगस्त में शहर में पानी की सप्लाई लड़खड़ा सकती है। हालांकि जलदाय इंजीनियर वैकल्पिक इंतजामों पर फोकस कर रहे हैं।
जयपुर शहर के जलदाय इंजीनियर बीसलपुर बांध में तेजी से कम हो रहे पानी की स्थिति को लेकर सीधे तौर पर कुछ भी नहीं कह रहे लेकिन शहर के नलकूपों की स्थिति सुधारने में जुट गए हैं।
इंजीनियर दावा कर रहे हैं कि शहर में 3300 नलकूप है और इनमें से लगभग 600 सूख चुके हैं या खराब हैं। इन नलकूपों को सुधारा जा रहा है जिससे बांध से पानी की सप्लाई गड़बड़ाने पर पानी लिया जा सके।
बांध में वर्तमान में 10 टीएमसी पानी है। इसमें से 2 टीएमसी तक बांध के तल में गाद या रेत मानी जा रही है। वहीं 3 टीएमसी वाष्पीकरण और 3 टीएमसी दूसरे नुकसान (लॉसेज) माने जा रहे हैं। इसके बाद सप्लाई के लिए 2 टीएमसी पानी ही बांध में बचता है। इससे शहर में 2 माह तक पानी की सप्लाई हो सकती है।
बांध में पानी की स्थिति की निरंतर निगरानी की जा रही और उम्मीद है कि मानसून के दौरान बांध में पानी की आवक होगी। राशनिंग करने जैसी नौबत नहीं आएगी। वैकल्पिक इंतजामों पर भी फोकस कर रहे हैं।
-आरके लुहाड़िया, मुख्य अभियंता शहरी, जलदाय विभाग