जैसलमेर बस अग्निकांड के बाद परिवहन विभाग ने संवेदनशीलता और तत्परता दिखाते हुए बस बॉडी निर्माण से जुड़े मानकों की गहन जांच शुरू कर दी है।
जैसलमेर बस अग्निकांड के बाद परिवहन विभाग ने संवेदनशीलता और तत्परता दिखाते हुए बस बॉडी निर्माण से जुड़े मानकों की गहन जांच शुरू कर दी है। अतिरिक्त परिवहन आयुक्त ओमप्रकाश बुनकर ने बताया कि जोधपुर में जैनम कोच क्राफ्टर परिसर में निर्मित बसों की जांच जारी है। अब तक 66 बसें जब्त की जा चुकी हैं, जिनमें 35 बसों की जांच के दौरान 10 बसों में बॉडी निर्माण के मानकों का उल्लंघन पाया गया।
राज्य सरकार ने अपर परिवहन आयुक्त ओमप्रकाश बुनकर की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति गठित की है। समिति में प्रादेशिक परिवहन अधिकारी द्वितीय धर्मेन्द्र कुमार, कार्यकारी निदेशक यांत्रिकी रवि सोनी, संयुक्त महाप्रबंधक सेन्ट्रल वर्कशॉप जोधपुर हनुमान सिंह और मोटर वाहन निरीक्षक नवनीत बाटड़ शामिल हैं। समिति ने गुरुवार को जैसलमेर पहुंचकर दुर्घटनाग्रस्त बस और घटनास्थल का निरीक्षण किया।
जांच में सामने आया कि बस की बॉडी निर्धारित आकार से अधिक थी और आपातकालीन द्वार के आगे सीट लगाकर सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई थी। राज्य सरकार ने घटना की तकनीकी जांच के लिए स्वतंत्र संस्था सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट, पुणे को भी आमंत्रित किया है। संस्था की टीम जैसलमेर का दौरा कर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगी। प्रदेश में विशेष निरीक्षण अभियान जारी है, जिसमें अब तक 162 बसें जब्त की जा चुकी हैं। परिवहन विभाग ने सभी बस परिवहन संघों से अपील की है कि वे जांच और सुधार अभियान में पूर्ण सहयोग करें तथा बसों में सुरक्षा मानकों के अनुरूप आवश्यक बदलाव सुनिश्चित करने के बाद ही संचालन करें।