कांग्रेस का अगला जिलाध्यक्ष कौन हो, इस पर रायशुमारी के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस और प्रदेश कांग्रेस की ओर से भेजे गए प्रतिनिधियों के जैसलमेर कांग्रेस कार्यालय पहुंचने पर नजारा पूरी तरह से बदला हुआ नजर आया।
कांग्रेस का अगला जिलाध्यक्ष कौन हो, इस पर रायशुमारी के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस और प्रदेश कांग्रेस की ओर से भेजे गए प्रतिनिधियों के जैसलमेर कांग्रेस कार्यालय पहुंचने पर नजारा पूरी तरह से बदला हुआ नजर आया। बुधवार को कलाकार कॉलोनी स्थित पार्टी कार्यालय पूरी तरह से खचाखच भर हुआ था और भीतर जगह कम पडऩे के कारण इतने ही लोग बाहर खड़े नजर आए। विगत वर्षों से दो गुटों में विभक्त कांग्रेस पार्टी के सभी नेता और जिले भर कार्यकर्ताओं के साथ उनके समर्थक कार्यालय पहुंच गए। उन्होंने अपने-अपने तौर पर शक्ति प्रदर्शन किया। संगठन सृजन कार्यक्रम के तहत एआइसीसी की ओर से नियुक्त जिले के पर्यवेक्षक एवं संयुक्त सचिव सुशांत मिश्रा और उनके साथ प्रदेश कांग्रेस से नियुक्त सारिका सिंह, सागर महावर की मौजूदगी में कांग्रेस नेताओं ने भावी जिलाध्यक्ष के तौर पर अपनी पसंद का खुल कर तो किसी ने परोक्ष रूप से इजहार किया। जहां पूर्व विधायक रूपाराम मेघवाल ने मूल ओबीसी के किसी नेता को जिलाध्यक्ष बनाए जाने की जरूरत बताई वहीं पूर्व जिला प्रमुख अब्दुल्ला फकीर ने साफ तौर पर अल्पसंख्यक वर्ग के लिए यह पद मांगा। पूर्व केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ने कांग्रेस के भीतर रह कर पार्टी को कमजोर करने वालों पर निशाना साधा और कहा कि ऐसे तत्वों को फिल्टर कर सही आदमी की पहचान कर ली जाए तो कांग्रेस को कोई हरा नहीं सकता। जबकि पूर्व प्रधान अमरदीन फकीर ने एकजुटता रखने की बात कही। इस सबके बीच क्षेत्रीय सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने कार्यालय में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के जोश को देख कर कहा कि पार्टी इस तरह से एकजुट होकर आगे बढ़ी तो कांग्रेस को दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती। बेनीवाल ने पुरानी बातों को पीछे छोड़ कर आगे बढऩे की बात कही।
बुधवार की बैठक में भाग लेने के लिए फकीर परिवार के शाले मोहम्मद, अब्दुल्ला फकीर, अमरदीन फकीर से लेकर अन्य सदस्य कई वर्षों बाद कांग्रेस कार्यालय पहुंचे। इससे पहले वे लगातार पार्टी की तमाम तरह की बैठकों व आयोजनों से दूरी बरतते आए हैं। फकीर परिवार के आगमन पर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग सैकड़ों की तादाद में कांग्रेस भवन के अंदर और बाहर मौजूद रहे। माना जाता है कि इस बार अमरदीन फकीर कांग्रेस जिलाध्यक्ष पद के लिए फकीर परिवार की तरफ से दावेदार हैं।
कांग्रेस में एकजुटता के दावों के बीच पूर्व विधायक रूपाराम धणदे कांग्रेस संगठन की बागडोर को परोक्ष रूप से अपने हाथ रखना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने पुत्री पूर्व जिला प्रमुख अंजना मेघवाल की राजनीतिक सक्रियता और जिम्मेदारियों को गिनाते हुए कहा कि, इन सबके बावजूद वह चाहते हैं कि मूल ओबीसी का व्यक्ति जिलाध्यक्ष बने। इसकी वजह उन्होंने यह बताई कि मूल ओबीसी का साथ कांग्रेस को चुनाव में जीत दिलाने के लिए आवश्यक है। माना जाता है कि रूपाराम गुट पूर्व सरपंच देवकाराम माली और मौजूदा जिलाध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर के समर्थन में है।
कांग्रेस कार्यालय में जिला बैठक के बाद सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में एआइसीसी के संयुक्त सचिव सुशांत मिश्रा ने कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने संवाद के माध्यम से पार्टी संगठन को नए सिरे से खड़ा करने का बीड़ा उठाया है। इसके तहत वे आगामी दिनों में जिले के ब्लॉक स्तर पर कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करेंगे। जो भी भावनाएं सामने आएंगी, वह पीसीसी और बाद में एआइसीसी तक पहुंचाई जाएगी।