ग्रामीणों ने निर्माण में घटिया सामग्री के उपयोग पर कड़ा विरोध जताते हुए मंगलवार को फिर से काम रुकवा दिया।
मोहनगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सेंट्रल लैब भवन का निर्माण कार्य विवादों में आ गया है। ग्रामीणों ने निर्माण में घटिया सामग्री के उपयोग पर कड़ा विरोध जताते हुए मंगलवार को फिर से काम रुकवा दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य शुरू होते ही वे आपत्ति जताते हैं, लेकिन ठेकेदार अगले ही दिन दोबारा काम शुरू करवा देता है, जिससे क्षेत्र में भारी रोष है।इस संबंध में पंचायत समिति जैसलमेर के पूर्व प्रधान और पंचायत समिति मोहनगढ़ के प्रधान प्रतिनिधि मूलाराम चौधरी, शिक्षाविद राणा राम सुथार, पूर्व उप सरपंच चन्द्रवीर सिंह भाटी, कांग्रेस नेता आजम खां सांवरा, लक्ष्मण राम माली सहित कई ग्रामीण अस्पताल पहुंचे।
उन्होंने मौके पर निर्माण सामग्री की गुणवत्ता की जांच की और घटिया ईंट, कमजोर नींव, सही तरीके से न भरा गया फाउंडेशन और निम्न स्तर का सीमेंट-बजरी उपयोग में लेने पर विरोध जताया। ग्रामीणों का कहना है कि अस्पताल परिसर के सभी भवन पत्थर से निर्मित हैं, जबकि सेंट्रल लैब लाल ईंटों से बनाई जा रही है, जो बेहद निम्न स्तर की है। ऐसे में भवन की मजबूती और सुरक्षा को लेकर गंभीर आशंकाएं हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि जब तक पत्थर और उच्च गुणवत्ता की सामग्री का उपयोग सुनिश्चित नहीं किया जाता, तब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं होने दिया जाएगा।ग्रामीणों ने बताया कि एनएचएस प्रोजेक्ट के तहत बन रही इस लैब के संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।