जैसलमेर-बाड़मेर मार्ग पर स्थित निजी बस स्टैंड इन दिनों अव्यवस्थाओं और गंदगी का अड्डा बना हुआ है।
जैसलमेर-बाड़मेर मार्ग पर स्थित निजी बस स्टैंड इन दिनों अव्यवस्थाओं और गंदगी का अड्डा बना हुआ है। रोजाना सैकड़ों यात्री यहां से अलग-अलग शहरों की बसें पकड़ते हैं, लेकिन उन्हें साफ-सुथरा और व्यवस्थित परिसर के बजाय कचरे के ढेर, बदबू और अव्यवस्थित परिवेश का सामना करना पड़ रहा है। बस अड्डे में जगह-जगह प्लास्टिक, खाने-पीने का कचरा और गंदा पानी जमा नजर आता है। इससे यात्रियों को न केवल असुविधा होती है, बल्कि संक्रमण फैलने का भी खतरा बना रहता है।
यात्रियों का कहना है कि बस अड्डे पर सफाई व्यवस्था नाम मात्र की है। न तो नियमित रूप से झाड़ू लगाई जाती है और न ही कचरा पात्र उपलब्ध हैं। वहीं बस स्टैंड के बाहर ठेले व केबिनों के लने होने से रास्ता तंग रहता है और भीड़भाड़ की स्थिति बन जाती है। वहीं, खुले में फेंके जा रहे कचरे पर स्वच्छंद घूमते पशुओं की आवाजाही भी यात्रियों के लिए परेशानी बढ़ाती है।
महिलाओं और बुजुर्ग यात्रियों के लिए हालात और भी मुश्किल हैं, क्योंकि परिसर में शौचालयों की स्थिति भी दयनीय बताई जा रही है। कई बार शिकायतें होने के बावजूद निजी बस संचालक और संबंधित विभाग व्यवस्था सुधारने को गंभीर नहीं दिखते। यात्रियों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि इस भीड़भाड़ वाले बस अड्डे पर साफ-सफाई, कचरा निस्तारण, बैठने की व्यवस्था और उचित प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पर्यटन नगर जैसलमेर में आने-जाने वाले यात्रियों को पहली छाप इसी बस अड्डे से मिलती है। ऐसे में यहां की अव्यवस्था शहर की छवि भी खराब करती है। लोगों ने प्रशासन व परिवहन विभाग से तुरंत कार्रवाई कर बस अड्डे को स्वच्छ, सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने की मांग की है।
निजी बस स्टैण्ड में पानी निकासी की माकूल व्यवस्था नहीं होने से जगह-जगह गंदा पानी व कीचड़ बिखरा हुआ रहता है, ऐसे में हर समय बीमारियों के संक्रमण का भी खतरा बना रहता है। गंदगी के चलते यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।