पूर्व केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ने पोकरण के पूर्व एसडीएम की तरफ से लगाए गए आरोपों की ईमानदारी के साथ उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग मुख्यमंत्री से की है।
पूर्व केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ने पोकरण के पूर्व एसडीएम की तरफ से लगाए गए आरोपों की ईमानदारी के साथ उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग मुख्यमंत्री से की है। शाले मोहम्मद ने पत्रकार वार्ता में कहा कि उपखंड अधिकारी स्तर के अधिकारी की तरफ से राजनेताओं व उच्चाधिकारियों पर लगाए गए आरोप आमजन से जुड़े हुए हैं और काफी गंभीर हैं। इन आरोपों से भाजपा सरकार के आमजन हितैषी होने के दावों की पोल खुल रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक के भाई पर नदी-नालों की जमीन पर कब्जे करने के आरोप लगाए गए हैं। पोकरण में खुलेआम गरीबों के भूखंडों पर कब्जे किए जा रहे हैं। पूर्व में एसडीएम ने पोकरण में फर्जी पट्टों की पूरी सूची सोशल मीडिया पर सार्वजनिक की थी। अब उनकी जांच किस प्रकार से होगी, यह बताया जाना चाहिए। पूर्व मंत्री ने कहा कि जब अधिकारी ने जनता से जुड़े मुद्दों पर कार्रवाई की तो उनका तबादला कर दिया गया। शाले मोहम्मद ने 10-15 रुपए सैकड़ा की दर से ब्याज वसूलने वाले सूदखोरों के खिलाफ भी कार्रवाई की जरूरत बताई।
पूर्व मंत्री ने कहा कि जिले में ग्राम पंचायतों के परिसीमन में मनमानी की जा रही है। यही कारण है कि बसों में भर कर आपत्तियां जताने ग्रामीण जिला प्रशासन के पास पहुंचे थे। आपत्तियों की अंतिम तारीख निकल चुकी है लेकिन लोगों के सामने स्पष्ट नहीं है कि क्या होगा? पंचायतों में 20 किलोमीटर दूर तक के गांव शामिल कर दिए। यह सरासर अन्याय और मनमानी है। आमजन की सुनवाई नहीं है तो अब वे न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। प्रशासन के खिलाफ सडक़ों पर उतरेंगे। पत्रकार वार्ता में उन्होंने सोलर व पवन ऊर्जा कम्पनियों की तरफ से किसानों के खातेदारी खेतों में टावर आदि लगाने पर उन्हें मुआवजा दिलाए जाने की पैरवी की और कहा कि यह उनका हक है। शाले मोहम्मद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों, मजदूरों, युवाओं, गरीबों आदि के हित में सरकार के खिलाफ चलाए जाने वाले आंदोलनों में कंधे से कंधा मिला कर सहयोग करेगी।