Jaisalmer Bus Fire: कस्तूर सिंह ने बताया कि उन्होंने 16 शव निकाले, जबकि बस में कई और लाशें थीं। घायलों को स्थानीय लोगों ने एंबुलेंस से ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। बिलखते लोग अपने परिजनों को ढूंढ़ रहे थे।
Jaisalmer Bus Fire: जैसलमेर में हुए भयानक बस अग्निकांड ने सभी को झकझोर दिया है। झुलसे यात्री कस्तूर सिंह ने घटना स्थल से पूरी घटना का दर्दनाक हाल बताते हुए कहा, मैंने आंखों के सामने लोगों को जलते देखा, पर कोई कुछ कर नहीं पा रहा था। बस से मैंने 16 शव निकाले, जबकि अंदर कई और लाशें पड़ी थीं।
घायलों में आठ साल के मासूम से लेकर 79 साल तक के बुजुर्ग शामिल हैं। कस्तूर सिंह ने बताया कि हादसे के समय बस में अफरा-तफरी का माहौल था और कई यात्री मदद के लिए चिल्ला रहे थे।
जैसलमेर के अस्पताल में भी स्थिति गंभीर रही। घायलों को लाते ही वहां हड़कंप मच गया। कई घायलों को स्थानीय लोगों ने अपने कंधों पर उठाकर ट्रॉमा सेंटर तक पहुंचाया।
परिवारों का दर्द बेहिसाब था। कई लोग रोते-बिलखते अस्पताल पहुंचे। एक पिता ने आंसू बहाते हुए कहा, बस पांच मिनट पहले बेटे से बात की थी, अब वो कहां है पता नहीं। वहीं, अन्य लोग अपने बच्चों, भाई-बहनों और बुजुर्गों को ढूंढने में जुटे रहे।
बताते चलें, जैसलमेर से जोधपुर जा रही एसी स्लीपर बस में लगी भीषण आग में 20 यात्रियों की जिंदा जलकर मौत हो गई। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। झुलसे हुए लोगों को जोधपुर रेफर किया गया है। डीएनए के जरिए शवों की शिनाख्त की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।