जगमग रोशनी का पांच दिनी महापर्व दिवाली अब महज चंद दिनों के फासले पर है। इस मौके पर खरीदारों का हुजूम बाजारों में उमड़ता है।
जगमग रोशनी का पांच दिनी महापर्व दिवाली अब महज चंद दिनों के फासले पर है। इस मौके पर खरीदारों का हुजूम बाजारों में उमड़ता है। इससे पहले इस बार 14 व 15 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र होने से व्यापारियों की उम्मीदें परवान पर हैं। पुष्य नक्षत्र व्यापार के लिए अत्यंत शुभ माना जा रहा है। इस अवसर पर जैसलमेर के बाजारों में ग्राहकी के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने की संभावना है। एक अनुमान के अनुसार इस मौके पर 10 से 15 करोड़ का व्यवसाय होने की उम्मीद है। शहर के सर्राफा, कपड़ा, इलेक्ट्रॉनिक्स, फर्नीचर और वाहन बाजारों में रौनक लौट आई है। दुकानदारों ने खास छूट, ऑफर और सजावट के साथ ग्राहकों को आकर्षित करने की तैयारी कर ली है।
पुष्य नक्षत्र को नए सामान, विशेषकर सोना, चांदी, वाहन, इलेक्ट्रॉनिक्स और गृह उपयोगी वस्तुओं की खरीदी के लिए शुभ माना जाता है। इसी कारण जैसलमेर के मुख्य बाजार यथा सदर बाजार, कचहरी मार्ग, आसनी पथ, गुलासतला, पुराना ग्रामीण बस स्टैंड, मानक चौक, गीता आश्रम चौराहा आदि पर पर्व की रौनक दिखाई देने लगी है। शोरूम और दुकानों के बाहर रोशनी, तोरण से सजे प्रवेशद्वार ग्राहकों का स्वागत करेंगे।
दिवाली पर्व से पहले खरीददारी का श्रेष्ठ मुहूर्त पुष्य नक्षत्र 14 अक्टूबर, मंगलवार को दोपहर 11.55 से प्रारंभ होकर 15 अक्टूबर बुधवार को दोपहर 12.00 तक रहेगा। पुष्य नक्षत्र को खरीददारी के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है। पुष्य नक्षत्र अंतर्गत की गई खरीददारी स्थाई व लाभकारी रहती है। इस काल में सोने-चांदी के आभूषण, जवाहरात, वाहन, भूमि, भवन, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं सहित अन्य वस्तुओं की खरीदारी श्रेष्ठ कही गई है।