जैसलमेर

पोकरण – 10 दिन बाद श्रद्धालुओं की आवक, व्यवस्था बाबा के भरोसे

भादवा माह में रामदेवरा में आयोजित होने वाला बाबा रामदेव का अंतरप्रांतीय मेला करीब डेढ़ माह दूर है, लेकिन मेलार्थियों की आवक श्रावण माह के शुक्ल पक्ष से ही शुरू हो जाती है।

2 min read
Jul 13, 2025
पोकरण. यूं उमड़ती है जोधपुर के पदयात्री संघों की भीड़। फाइल

भादवा माह में रामदेवरा में आयोजित होने वाला बाबा रामदेव का अंतरप्रांतीय मेला करीब डेढ़ माह दूर है, लेकिन मेलार्थियों की आवक श्रावण माह के शुक्ल पक्ष से ही शुरू हो जाती है। हर साल 30 से 40 लाख श्रद्धालु रामदेवरा पहुंचते हैं, जिनमें 60-70 प्रतिशत पोकरण आकर बाबा रामदेव के गुरु बालीनाथ महाराज के आश्रम और अन्य ऐतिहासिक स्थलों का दर्शन करते हैं। इसके बावजूद पोकरण में श्रद्धालुओं के लिए कोई विशेष व्यवस्थाएं नहीं की जाती है, जिससे उन्हें हर बार परेशानियों का सामना करना पड़ता है। करीब 10-12 दिनों बाद श्रद्धालुओं की आवक शुरू हो जाएगी। लाखों श्रद्धालु पोकरण पहुंचेंगे, लेकिन उनके लिए व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने को लेकर अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

गुरु का दरबार व्यवस्थाओं से कोसों दूर

रामदेवसर व सालमसागर तालाब के समीप लोकदेवता बाबा रामदेव के गुरु बालीनाथ महाराज का आश्रम स्थित है। यह आश्रम श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, लेकिन यहां व्यवस्थाएं नगण्य है। छाया, पानी आदि की कोई व्यवस्था नहीं होने से लाखों श्रद्धालुओं को परेशानी होती है।

हर साल की यही कहानी

  • पोकरण में मेले के दौरान हर साल अव्यवस्था की कहानी दोहराई जाती है, लेकिन व्यवस्थाओं को सुधारने को लेकर कोई पहल नहीं की जा रही है। प्रशासन का ध्यान रामदेवरा पर ही रहता है। यहां आने वाले 15-20 लाख श्रद्धालुओं के लिए केवल 40-50 पुलिसकर्मी व एक आरएसी बटालियन रहती है। सफाई व्यवस्था के नाम पर कोई अतिरिक्त व्यवस्था नहीं होती है।

सुरक्षा व यातायात के नहीं होते इंतजाम

भादवा माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी से जोधपुर से पैदल यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की पोकरण में चार दिन तक आवक होती है और यहां पड़ाव भी डालते हैं। इस दौरान सुरक्षा के कोई विशेष इंतजाम नहीं होते है। विशेष रूप से यातायात व्यवस्था की पुख्ता व्यवस्था नहीं होने के कारण हालात बिगड़ जाते है और लंबा जाम लग जाता है।

ठोस योजना की जरुरत

प्रतिवर्ष आने वाली इस भीड़ के बावजूद पोकरण में सुदृढ़ व्यवस्थाएं नहीं की जाती है। रामदेवरा जाने वाले एवं वापिस आने वाले 60 से 70 प्रतिशत श्रद्धालु पोकरण होकर गुजरते हैं। लाखों श्रद्धालुओं की आवक को देखते हुए यहां प्रशासन को बेहतर व्यवस्थाएं करने की जरुरत है, ताकि श्रद्धालुओं को सुविधा व राहत मिल सके।

फैक्ट फाइल:-

  • 10 दिन तक चलता है रामदेवरा मेला
  • 20 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचते हैं पोकरण
  • 4 दिन तक जोधपुर के पदयात्रियों का रहता है पड़ाव
Published on:
13 Jul 2025 10:05 pm
Also Read
View All

अगली खबर