जैसलमेर. शहर के भाटिया बगेची में चल रहे नि:शुल्क कृत्रिम हाथ वितरण शिविर का दूसरा दिन भी सेवा, सहयोग और संवेदना की मिसाल बनकर सामने आया।
जैसलमेर. शहर के भाटिया बगेची में चल रहे नि:शुल्क कृत्रिम हाथ वितरण शिविर का दूसरा दिन भी सेवा, सहयोग और संवेदना की मिसाल बनकर सामने आया। साथी समूह और इनाली फाउंडेशन के संयुक्त प्रयासों से आयोजित इस शिविर में दूसरे दिन 23 जरूरतमंदों को कृत्रिम हाथ लगाए गए, जिनमें 15 दाएं और 8 बाएं हाथ शामिल रहे। जहां पहले दिन 45 लाभार्थियों को कृत्रिम हाथ मिल चुके थे, वहीं दूसरे दिन भी शिविर में उत्साह देखने को मिला। शिविर स्थल पर लाभार्थियों, उनके परिजनों और स्वयंसेवकों की सक्रिय भागीदारी से वातावरण सकारात्मक ऊर्जा से भर गया। साथी समूह के अध्यक्ष मुकेश सोनी ने कहा कि यह सेवा नहीं, बल्कि सच्चा मानव धर्म है। साथी के वरिष्ठ सदस्य हनवंतसिंह ने तकनीकी सटीकता और कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि आज जैसलमेर सेवा की सुगंध से सुवासित हो रहा है। दूसरे दिन के शिविर में बाड़मेर, नागौर, बीकानेर, सिरोही, जोधपुर, श्रीगंगानगर सहित प्रदेश के कई जिलों से लाभार्थी पहुंचे। शिविर के समापन तक 29 लाभार्थी अभी भी कतार में थे। उनकी आवश्यकता को देखते हुए शिविर को एक दिन के लिए बढ़ा दिया गया है। इसके साथ ही बाड़मेर इकाई की ओर से रात्रि विश्राम की नि:शुल्क व्यवस्था भी की गई है, जिससे दूरदराज से आए लोगों को सुविधा मिल सके।सेवा कार्य में समर्पण के साथ जुटे रहे महीपालसिंह कुंडा, सीए जितेंद्र एस बोथरा, डॉ. रावतराम भाखर, ओमसिंह महेचा, जितेंद्र सोनी, नरेश जांगिड़, गोगाराम, अजयनाथ गोस्वामी, रतनसिंह भाटी और ललित जांगिड़। शिविर के अंत में महीपालसिंह और सीए जितेंद्र एस बोथरा ने सभी सहयोगियों, तकनीकी टीम और समर्पित सदस्यों के प्रति आभार जताया।