राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जैसलमेर के सचिव किशोर कुमार तालेपा ने परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ अमरसागर और मूलसागर चौराहे के मुख्य मार्ग पर निजी विद्यालयों की बाल वाहनों का निरीक्षण किया।
राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जैसलमेर के सचिव किशोर कुमार तालेपा ने परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ अमरसागर और मूलसागर चौराहे के मुख्य मार्ग पर निजी विद्यालयों की बाल वाहनों का निरीक्षण किया। निरीक्षण का उद्देश्य स्कूली बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना रहा। निरीक्षण के दौरान बताया गया कि यह कार्रवाई सर्वोच्च न्यायालय के 'एमसी मेहता बनाम भारत संघ एवं अन्य' प्रकरण में जारी सुरक्षा दिशा-निर्देशों के अनुरूप की गई। मौके पर वाहन चालकों और विद्यालय प्रतिनिधियों से संवाद कर बच्चों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखने का संदेश दिया गया।
जांच के दौरान यह सुनिश्चित किया गया कि सभी स्कूल बसों का रंग निर्धारित मानक के अनुसार पीला हो और उन पर स्पष्ट रूप से स्कूल बस ऑन स्कूल ड्यूटी अंकित हो। चालकों को मोबाइल का उपयोग न करने, निर्धारित गति सीमा में वाहन चलाने और बच्चों को सुरक्षित तरीके से बैठाने व उतारने-चढ़ाने के निर्देश दिए गए।
वाहनों में अग्निशमन यंत्र और वैध प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स की उपलब्धता की भी जांच की गई। इसके साथ ही स्पीड गवर्नर, आपातकालीन निकास खिडक़ी और दरवाजों के लॉक की कार्यक्षमता का विशेष परीक्षण किया गया। प्रत्येक वाहन पर स्कूल का नाम, प्रधानाचार्य का मोबाइल नंबर और पुलिस हेल्पलाइन नंबर अंकित रखने के निर्देश दिए गए। चालकों के वैध व्यावसायिक लाइसेंस, न्यूनतम पांच वर्ष का अनुभव, फिटनेस प्रमाण पत्र, बीमा और परमिट का सत्यापन किया गया। साथ ही प्रत्येक बाल वाहन में अटेंडेंट की उपस्थिति को अनिवार्य बताया गया।
निरीक्षण के दौरान बच्चों से भी सीधे संवाद कर सडक़ सुरक्षा, बस में खड़े न रहने, अचानक चढऩे-उतरने से बचने और सीट बेल्ट के महत्व की जानकारी दी गई। बस स्टाफ को प्रतिदिन सुरक्षा जांच के लिए प्रेरित किया गया। जांच में किसी भी वाहन में क्षमता से अधिक बच्चों को नहीं पाया गया और कोई गंभीर अनियमितता सामने नहीं आई। सभी बाल वाहन निर्धारित सुरक्षा मानकों के अनुरूप पाए गए। निरीक्षण के समय न्याय रक्षक मदनसिंह सोढ़ा, खेमेन्द्रसिंह भाटी, परिवहन निरीक्षक अनिल कुमार, महिला एवं पुरुष पुलिसकर्मी तथा प्राधिकरण का स्टाफ मौजूद रहा।