पोकरण के व्यापारियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए वाल्मीकि समाज की एक युवती का धूमधाम से विवाह संपन्न करवाया।
पोकरण के व्यापारियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए वाल्मीकि समाज की एक युवती का धूमधाम से विवाह संपन्न करवाया। गौरतलब है कि कस्बे के माधुराम वाल्मीकि का कुछ समय पहले निधन हो गया था। उसकी बेवा माधुरी की बेटी मीना की शादी करनी थी, लेकिन वह आर्थिक तंगी से जूझ रही थी। उसकी घरेलू परिस्थिति की सूचना मिलने पर विजय व्यास, उग्रसेनसिंह चारण, नारायण रंगा, राजेन्द्र गुचिया, गुमान दैया, मोहन बोहरा, विराटखां सहित सामाजिक कार्यकर्ताओं ने युवती की माता माधुरी को हिम्मत बंधाई। सभी ने मिलकर बारातियों के स्वागत एवं भोजन व अन्य व्यवस्थाओं के लिए कुछ धनराशि जुटाई। कस्बे के सालमसागर तालाब की पाल पर स्थित मैरिज हॉल में बारात रुकवाने की व्यवस्था की। मंगलवार की शाम जोधपुर से आशीष वाल्मीकि की बारात यहां पहुंची। दूल्हे की घोड़ी पर बंदोली निकाली गई और विधिवत रूप से पंडित बुलवाकर वैदिक रीति-रिवाज से शादी की रस्में पूरी करवाई। रात में ही दुल्हन को विदा किया गया और उन्हें आवश्यक घरेलू सामान दिया गया।
जोधपुर से बारात लेकर पहुंचे वाल्मीकि समाज के बाराती कस्बे के आपसी प्रेम, सौहार्द व भाइचारे और बारातियों के स्वागत को देखकर अभिभूत हुए। युवती की माता माधुरी इस मौके पर भावुक हो गई और उसने सभी का आभार जताया।