स्वतंत्रता दिवस के जश्न को किसी भी सूरत में बाधित न होने देने के लिए पाकिस्तान से सटी 464 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा सुरक्षा बल ने चौकसी और सतर्कता का स्तर चरम पर पहुंचा दिया है। ‘ऑपरेशन अलर्ट’ के तहत 17 अगस्त तक सीमाओं पर जवान दिन-रात मुस्तैद रहकर हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। सीमा पार से नापाक हरकतों की आशंका के मद्देनजर गश्त की रफ्तार और दायरा दोनों बढ़ा दिए गए हैं। बीएसएफ के जवान व्हीकल, कैमल और फुट पेट्रोलिंग के साथ-साथ डिजिटल गैजेट्स और अत्याधुनिक हथियारों से लैस होकर लगातार सीमा की निगरानी कर रहे हैं। ड्रोन खतरे को देखते हुए सीमावर्ती गांवों के लोगों को जागरूक किया जा रहा है। ऑपरेशन के दौरान मुख्यालय की समूची नफरी सीमा पर तैनात है। खुर्रा चैकिंग तेज कर दी गई है और इंटेलिजेंस विंग पूरी तरह सक्रिय है। अन्य खुफिया एजेंसियों, पुलिस और स्थानीय निवासियों के साथ तालमेल बनाकर हर संदिग्ध गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है। अधिकारियों की नियमित मौजूदगी से जवानों का मनोबल बढ़ा है। बीएसएफ का कहना है कि इस अतिरिक्त सतर्कता का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि स्वतंत्रता दिवस का उल्लास किसी भी तरह की घुसपैठ, अवांछनीय गतिविधि या सीमा पार से होने वाली साजिशों से प्रभावित न हो।
स्वतंत्रता दिवस के जश्न को किसी भी सूरत में बाधित न होने देने के लिए पाकिस्तान से सटी 464 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा सुरक्षा बल ने चौकसी और सतर्कता का स्तर चरम पर पहुंचा दिया है। ‘ऑपरेशन अलर्ट’ के तहत 17 अगस्त तक सीमाओं पर जवान दिन-रात मुस्तैद रहकर हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। सीमा पार से नापाक हरकतों की आशंका के मद्देनजर गश्त की रफ्तार और दायरा दोनों बढ़ा दिए गए हैं। बीएसएफ के जवान व्हीकल, कैमल और फुट पेट्रोलिंग के साथ-साथ डिजिटल गैजेट्स और अत्याधुनिक हथियारों से लैस होकर लगातार सीमा की निगरानी कर रहे हैं। ड्रोन खतरे को देखते हुए सीमावर्ती गांवों के लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
ऑपरेशन के दौरान मुख्यालय की समूची नफरी सीमा पर तैनात है। खुर्रा चैकिंग तेज कर दी गई है और इंटेलिजेंस विंग पूरी तरह सक्रिय है। अन्य खुफिया एजेंसियों, पुलिस और स्थानीय निवासियों के साथ तालमेल बनाकर हर संदिग्ध गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है।अधिकारियों की नियमित मौजूदगी से जवानों का मनोबल बढ़ा है। बीएसएफ का कहना है कि इस अतिरिक्त सतर्कता का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि स्वतंत्रता दिवस का उल्लास किसी भी तरह की घुसपैठ, अवांछनीय गतिविधि या सीमा पार से होने वाली साजिशों से प्रभावित न हो।