वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि अगर एक भी आदमी चुनावों की निष्पक्षता पर आशंका जताता है तो निर्वाचन आयोग की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि वह उसकी जांच करे। लोगों को संतुष्ट करना आवश्यक है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि अगर एक भी आदमी चुनावों की निष्पक्षता पर आशंका जताता है तो निर्वाचन आयोग की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि वह उसकी जांच करे। लोगों को संतुष्ट करना आवश्यक है। सचिन ने कहा कि वे बिना तथ्यों के बेबुनियाद आरोप नहीं लगाना चाहते अगर कहीं गड़बड़ी हुई है तो कांग्रेस पार्टी राजस्थान में इसका अध्ययन कर रही है। उसके बाद खुलासा पार्टी नेता राहुल गांधी करेंगे। राहुल ने कहा भी है कि उनके पास फोडऩे के लिए कई बम हैं। पायलट ने जयपुर ग्रामीण सीट का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां करीब 1600 वोट से कांग्रेस पराजित हुई। उसके बाद कई शिकायतें दर्ज करवाई गई थी। चुनाव आयोग को संशय दूर करने चाहिए। प्रधानमंत्री की दिवंगत माता के बारे में कांग्रेस के मंच से अपशब्द कहे जाने के मामले में पायलट ने कहा कि देश की जनता सारा सच जानती है और सच को प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती। इस मौके पर बायतु विधायक हरीश चौधरी ने जैसलमेर कलक्टर की कार्यशैली पर सवाल उठाए और आरोप लगाया कि वह जैसलमेर जन-जन, यहां की प्रकृति और वन्यजीवों की दुर्दशा पर मौन हैं। उनकी कलम सिर्फ सरकार के पक्ष में चलती है। विपक्ष की भूमिका पर उन्होंने कहा कि विपक्ष अपनी भूमिका पूरी संजीदगी से निभा रहा है।