रामदेवरा कस्बे में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के डर से व्यापारियों ने दूसरे दिन खुद ही अपने टीन, छप्पर और सामान हटाने शुरू कर दिए।
रामदेवरा कस्बे में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के डर से व्यापारियों ने दूसरे दिन खुद ही अपने टीन, छप्पर और सामान हटाने शुरू कर दिए। बुधवार को अतिक्रमण हटाने की प्रशासनिक कार्रवाई से व्यापारी इतने भयभीत हो गए कि उन्होंने बुधवार पूरी रात से ही खुद ही सामान हटाना शुरू कर दिया और गुरुवार को भी पूरे दिन यह प्रक्रिया जारी रही। जानकारी के अनुसार दुकानों, होटलों व धर्मशालाओं आगे लगे टीन शेड और छप्पर पर कार्रवाई के भय से दुकानदार गुरुवार सुबह से शाम तक अपनी दुकानों के आगे लगे टीनशेड व सामान को हटाने में व्यस्त रहे। लोगों ने जैसे-तैसे दुकानों के आगे फैले सामानों को हटाया। बुधवार पूरी रात और गुरुवार पूरे दिन कटर व मशीनों का शोर चारों तरफ गूंजता रहा। व्यापारियों को गुरुवार को भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का भय बना रहा।
रामदेवरा में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही गुरुवार को रुकी रही, जिससे स्थानीय बाजार में सभी दुकानें खुली रही। लोग दिन भर प्रशासन के दल आने के बारे में जानकारी जुटाते रहे। गुरुवार को क्षेत्र के व्यापारी अपनी दुकानों के आगे लगे टीन शेड और छप्पर हटाने में जुटे रहे।
रामदेवरा में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान व्यापारियों का सामान टूटने से उनकी रुलाई फूट गई। प्रशासनिक कार्यवाही में व्यापारियों के खोखे, दुकानें और अन्य सामान को नुकसान पहुंचा, जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। कार्रवाई से व्यापारियों में रोष है। व्यापारी घनश्याम शर्मा ने बताया कि बुधवार को वे अपनी होटल के लगे टीन शेड को खोलने में लगे हुए थे, उसके बावजूद प्रशासन ने कोई समय नहीं दिया। गुरुवार को अन्नक्षेत्र के पास, आर सी पी रोड, चाचा चौक में प्रशासनिक कार्यवाही के दौरान टूटे सामान को दुकानों के आगे से हटाने और दुकानों को व्यवस्थित करने में ही व्यापारियों का पूरा दिन निकल गया। व्यापारियों ने बताया कि बाबा रामदेव मेले को लेकर जो उत्साह गत दिनों था, वह बुधवार की कार्रवाई से भय में तब्दील हो गया हैं।