– बोर्ड परीक्षा काउंटडाउन: 15 फरवरी से शुरू होंगी सीबीएसई की परीक्षाएं झालावाड़.सीबीएसइ की परीक्षा का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। सीबीएसइ की 10 वीं और 12वीं की परीक्षा 15 फरवरी से शुरू हो रही है। अब परीक्षा में कम दिन बचे हैं इसलिए स्टडी,परीक्षा की स्ट्रेटजी और उत्तर लिखने की स्पीड पर फोकस करना […]
- बोर्ड परीक्षा काउंटडाउन: 15 फरवरी से शुरू होंगी सीबीएसई की परीक्षाएं
झालावाड़.सीबीएसइ की परीक्षा का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। सीबीएसइ की 10 वीं और 12वीं की परीक्षा 15 फरवरी से शुरू हो रही है। अब परीक्षा में कम दिन बचे हैं इसलिए स्टडी,परीक्षा की स्ट्रेटजी और उत्तर लिखने की स्पीड पर फोकस करना जरूरी है। एक्सपर्ट के मुताबिक केवल अब पढ़ाई ही टॉपर नहीं बनाएगी। झालवाड़ जिले में दसवीं कक्षा में 964 व 12वीं बोर्ड में 1588 विद्यार्थी परीक्षा देंगे। जिले में कुल 1588 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। परीक्षा में स्टडी के साथ अन्य बिंदुओं पर ध्यान देना होगा। सबसे बड़ी बात है तनाव से बचना। इस रणनीति से बोर्ड परीक्षा के छात्र टॉपर बन सकते हैं।
सीबीएसइ में दसवीं के स्टूडेंट के पास बेसिक और स्टैंडर्ड मैथ्स का विकल्प है। सीबीएसइ की बोर्ड परीक्षा में शामिल हो रहे स्टूडेंट गाइडलाइन के तहत तैयारी करें। परीक्षा में टाइम मैनेजमेंट सबसे अहम होगा। बचे हुए समय में सिलेबस या रिवीजन को कैसे मेंनटेन करें यह तय करना जरूरी है। पढ़ाई पर फोकस के साथ ही उत्तर लिखने की रणनीति भी बहुत जरूरी है।
- सीबीएसइ10 वीं बोर्ड- 964 छात्र दंगे परीक्षा
-सीबीएसइ12वीं बोर्ड-1588 छात्र देंग परीक्षा
- जिले में कुल परीक्षार्थी देंगे बोर्ड परीक्षा-2552
इन तारीख को होगी बोर्ड परीक्षाएं
12वीं की डेटशीट
15 फरवरी: शारीरिक शिक्षा
21 फरवरी: भौतिक विज्ञान
22 फरवरी: व्यवसाय अध्ययन
24 फरवरी: भूगोल
27 फरवरी: रसायन विज्ञान
8 मार्च: गणित
11 मार्च: अंग्रेजी (वैकल्पिक) अंग्रेजी कोर
19 मार्च:अर्थशास्त्र
22 मार्च: राजनीति विज्ञान
25 मार्च: जीव विज्ञान
26 मार्च: अकाउंटेंसी
1 अप्रेल: इतिहास
4 अप्रेल: मनोविज्ञान
10वीं की डेटशीट
15 फरवरी: अंग्रेजी
20फरवरी: विज्ञान
22 फरवरी: फ्रेंच व संस्कृत
25 फरवरी: सामाजिक विज्ञान
28 फरवरी: हिंदी कोर्स ए व बी
10 मार्च:गणित
18 मार्च: सूचना प्रौद्योगिकी
स्टूडेंट स्टडी की समीक्षा करें कि किस सब्जेक्ट में कितना सिलेबस अभी बाकी है,कोर्स को बचे दिन के आधार पर बांटें और तैयारी करें। दो प्रश्रपत्रों के बीच ज्यादा गेप है तो उस समय में अन्य विषय पढ़ें। प्रश्रपत्र की समय सीमा के हिसाब से उत्तर लिखने की स्पीड को जांचें। लिखकर प्रैक्टिस करें। यह तैयारी का सबसे बेहतर तरीका है। परीक्षा के दौरान फिजिकल फिटनेस और मनोरंजन को भी समय दें। रिलैक्स के लिए खेल या दिलचस्पी के काम बहुत जरूरी हैं। जो पहले पढ़ा उसे रिवाइज करें, परीक्षा के दौरान पैनिक नहीं हो। परीक्षा के दौरान सोशल मीडिया से दूर रहें। अभिभावक बच्चों को मैंटल सपोर्ट करें।
बोर्ड परीक्षार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी असीमित क्षमता पर विश्वास करें। अपने आप को एक विजेता के रूप में देखें, एक उचित अध्ययन रणनीति बनाएं, महत्वपूर्ण विषयों को याद करने के लिए स्मृति-विज्ञान उपयोग करें। बेहतर ज्ञान के लिए और एक ऊपरी किनारे के लिए पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों के साथ बेहतर तैयारी करें। पढ़ाई के दौरान नियमित रूप से ब्रेक लें, परीक्षा के दौरान घर का बना हुआ भोजन लें,स्वस्थ रहें और नियमित रूप से व्यायाम करे, पर्याप्त नींद लें। सकारात्मक और तनावमुक्त रहें। समूह अध्ययन को प्राथमिकता दें। आत्मविश्वास और उचित तैयारी किसी भी परीक्षा में सफलता की एकमात्र कुंजी है। तनाव मुक्त होकर परीक्षा दें, ये बोर्ड परीक्षा अंकों की है, जीवन की परीक्षा नहीं।इसलिए बिना तनाव व डरे हुए परीक्षा दें।